डिजिटल इंडिया के निर्माण में युवाओं की भूमिका अहम
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के वाणिज्य एवं मैनेजमेंट विभाग की ओर से डिजिटल इंडिया-अवसर और चुनौतियां विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार का शनिवार को समापन हुआ।
मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के वाणिज्य एवं मैनेजमेंट विभाग की ओर से डिजिटल इंडिया-अवसर और चुनौतियां विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार का शनिवार को समापन हुआ। दूसरे दिन तकनीकी सत्र में शोधार्थियों को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता महारानी कल्याणी महाविद्यालय दरभंगा के प्राचार्य डा.लक्ष्मण जायसवाल ने कहा कि डिजिटल इंडिया के निर्माण में युवाओं की अहम भूमिका है। भारत का युवा आनलाइन एजुकेशन, डीजी लाकर का उपयोग व सस्ते दर पर मोबाइल डाटा का उपयोग बड़े ही आसानी से कर रहा है। कोरोना काल में डिजिटल इंडिया की ताकत का एहसास लोगों को हुआ। इस अवधि में छात्रों की शिक्षा को एक नया आयाम देने में आनलाइन एजुकेशन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कामर्स विभागाध्यक्ष डा.प्रेमानंद ने बताया कि बिहार के सभी विश्वविद्यालयों के शोधार्थियों ने तकनीकी सत्र में हिस्सा लेकर एक अच्छा एकेडमिक माहौल बनाया है। शोधार्थियों द्वारा डिजिटल इंडिया, कैशलेस इंडिया, ई गवर्नेंस, डिजिटल इंडिया और एजुकेशन, एवं ई-कामर्स जैसे विषयों पर पेपर प्रस्तुत किया गया। कहा कि इकट्ठा हुए शोध पत्रों को संकलित कर शोध जर्नल जल्द ही प्रकाशित किया जाएगा। कार्यक्रम के समापन सत्र में 200 शोधार्थियों को प्रमाण पत्र दिया गया। विभिन्न विश्वविद्यालयों से आए शोधार्थियों में गौरव पासवान, पूजा वर्मा, संजीव कुमार, चंदन कुमार यादव, कुंदन कुमार, अनु कुमारी, चंदन कुमार, राहुल कुमार चतुर्वेदी, पुष्कर सिंह आदि ने अपना शोध पत्र पढ़ा। तकनीकी सत्र में व्याख्यान देने वालों में कामर्स के डीन प्रो.आरके श्रीवास्तव, पूर्व डीन प्रो.एसए मुजतबा, डा.विनोद बैठा, डा.रत्नाकर राणा, डा.परमानंद लाल, डा.गोविद कुमार जलान, डा.सुभाष कुमार व डा.अनिता कुमारी मौजूद रहीं। कुलपति प्रोफेसर हनुमान प्रसाद पांडे ने आनलाइन संदेश प्रेषित करते हुए सभी शोधार्थियों को दो दिवसीय सेमिनार में भाग लेने के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। धन्यवाद ज्ञापन डा. विनोद बैठा ने किया।