पूर्वी चंपारण में एंबुलेंस मामले की जांच एवं कार्रवाई का ईडी ने दिया आदेश

East Champaran गन्ना उद्योग एवं विधि मंत्री प्रमोद कुमार से की गई थी एंबुलेंस संचालन में घोटाले की शिकायत राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ( ईडी ) ने सीएस को जांच व कार्रवाई का दिया निर्देश ।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 03:32 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 03:32 PM (IST)
पूर्वी चंपारण में एंबुलेंस मामले की जांच एवं कार्रवाई का ईडी ने दिया आदेश
पूर्वी चंपारण में एंबुलेंस संचालन में गड़बड़ी का मामला सामने आया।

पूर्वी चंपारण, जासं। जिला स्तर पर स्वास्थ्य विभाग से जुड़े मामले इन दिनों सुर्खियां बटोर रहे हैं। अभी महिला चिकित्सक अमृता जायसवाल के सेवांत लाभ का मामला चल ही रहा है कि अब जिले में एंबुलेंस संचालन में गड़बड़ी का मुद्दा एक बार फिर सामने आ गया है। जिला अस्पताल में गड़बड़ी के भी आरोप लगाए गए हैं। इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने सिविल सर्जन को पत्र लिखकर मामले की जांच एवं दोषी के विरूद्ध कार्रवाई का निर्देश दिया है। यह भी कहा है कि एक सप्ताह के अंदर की गई कार्रवाई की उन्हें जानकारी दी जाए। दरअसल, इस मामले की शिकायत मोतिहारी के बलुआ गोपालपुर निवासी नंदन कुमार द्वारा सूबे के गन्ना उद्योग एवं विधि मंत्री प्रमोद कुमार से की गई थी। उस शिकायत को मंत्री श्री कुमार ने स्वास्थ्य विभाग को अग्रसारित कर दिया था। इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए ईडी ने जांच व कार्रवाई के लिए निर्देश जारी किया है।

नंदन कुमार ने शिकायत की है कि जिला स्तर पर संचालित एंबुलेंस सेवा में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की जा रही है। संचालन के लिए जारी विभागीय दिशा निर्देशों की अवहेलना की जा रहीे है। यह भी कहा गया है कि सांसद, विधायक एवं अन्य समाजसेवियों द्वारा 13 एंबुलेंस स्वास्थ्य विभाग को प्रदान किए गए हैं। ऐसे एंबुलेंस का भी संचालन प्रदाता का नाम हटाकर संबंधित एजेंसी द्वारा कि जा रहा है। इसमें बड़े पैमाने पर घोटाले किए जा रहे हैं। इस गड़बड़ी में जिला लेखा प्रबंधक की संलिप्तता भी बताई गई है। कहा है कि एंबुलेंस में चार ड्राइवर एवं चार ईएमटी स्टाफ के साथ ऑक्सीजन सिलेंडर एवं जीवन रक्षक दवाईयां भी होनी चाहिए। मगर किसी भी एंबुलेंस में इन दिशा-निर्देशों का पालन नहीं हो रहा है। नंदन कुमार ने कहा है कि इस गड़बड़ी की जांच के लिए सिविल सर्जन द्वारा एक कमेटी भी गठित की गई थी, जिसमें सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. आरके वर्मा, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनिल कुमार सिन्हा एवं डॉ. नागमणि ङ्क्षसह को शामिल किया गया था। इसी संबंध में बातचीत के दौरान सीएस कक्ष में जिला लेखा प्रबंधक द्वारा कमेटी के सदस्य डॉ. अनिल कुमार सिन्हा से बदसलूकी की गई थी। नंदन कुमार ने इस मामले में बड़े पैमाने पर हो रही गड़बड़ी की ओर मंत्री श्री कुमार का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कार्रवाई की मांग की थी।

मिले 14 नए संक्रमित, 31 ने दी कोरोना को मात

जिले में कोरोना के एक्टिव मामलों में लगातार कमी दर्ज की जा रही है। इसकी संख्या अब घटकर 273 हो गई है। शुक्रवार को हुई 3301 सैंपल की जांच में 14 पॉजिटिव केस मिले हैं। जबकि 31 संक्रमितों ने कोरोना को मात दे दी है। हालांकि 53 मरीज अब भी जिले के विभिन्न कोविड केयर सेंटर में भर्ती हैं। वहीं, 202 संक्रमित होम आइसोलेशन में हैं। इस बीच शुक्रवार को कोरोना से मरने वालों की संख्या में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। अब तक जिले में कोरोना से 310 मरीजों की मौत प्रतिवेदित है। रिकवरीे रेट में भी लगातार सुधार हो रहा है। शुक्रवार को रिकवरीे रेट 96.71 फीसदी दर्ज किया गया। इधर, वैक्सीनेशन की गति को रफ्तार देने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं। इस अभियान से जनप्रतिनिधियों को भी जोड़ा जा रहा है। अब तक 487418 लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है।

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