East Champaran: महिलाओं की सुरक्षा करेगा एप, मोबाइल में तीन झटके पर करेगा अलर्ट
पश्चिम चंपारण के सिकटा निवासी भाई-बहन ने एक ऐसा एप तैयार किया है जो महिलाओं की सुरक्षा के लिए अहम है। इसे वूमन सेफ्टी एप नाम दिया गया है। किसी भी संकट के समय मोबाइल को तीन झटका लगने पर यह चार ऐसे नंबरों पर इमरजेंसी अलर्ट मैसेज भेजता है
रक्सौल (पूर्वी चंपारण), [लक्ष्मीकांत त्रिपाठी]। कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रहे पश्चिम चंपारण के सिकटा निवासी भाई-बहन ने एक ऐसा एप तैयार किया है जो महिलाओं की सुरक्षा के लिए अहम है। इसे 'वूमन सेफ्टी एप' नाम दिया गया है। किसी भी संकट के समय मोबाइल को तीन झटका लगने पर यह चार ऐसे फोन नंबरों पर इमरजेंसी अलर्ट मैसेज भेजता है, जिसे उस एप में रजिस्टर्ड किया गया होता है। खास बात यह कि यह एप ऑफलाइन मोड में भी काम करता है। यानी इसे चलाने के लिए इंटरनेट की जरूरत नहीं होती। एप बनाने वाले मोहित गुप्ता भागलपुर और मुस्कान गुप्ता दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज से बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (बीसीए) की पढ़ाई कर रहे हैं। एप को भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में पिछले साल आयोजित वर्चुअल विज्ञान प्रदर्शनी में प्रस्तुत किया जा चुका है। राज्यस्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी, पटना में भी इसकी प्रदर्शनी होनी थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण आयोजन स्थगित कर दिया गया था।
मैसेज के लिए चार लोगों के नंबर होंगे सेट
मोहित बताते हैं कि एंड्रायड फोन में काम करनेवाले इस एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। इसके बाद मोबाइल संपर्क में सेव किन्हीं चार लोगों के नंबर को प्राथमिकता के आधार पर एप में सेट कर दिया जाता है। अगर कोई महिला या युवती किसी भी संकट में फंसती है तो वह अपने मोबाइल को तीन बार झटका देगी तो उक्त सभी नंबरों पर तत्कालीन लोकेशन सहित सिक्योरिटी अलर्ट का मैसेज चला जाता है।
इस तरह आया विचार : बताते हैं कि वर्ष 2020 में उत्तर प्रदेश के हाथरस में लड़की के साथ हुई दङ्क्षरदगी के बाद मोबाइल आधारित सुरक्षा एप बनाने का विचार आया। इसमें बहन के अलावा दरभंगा के अमन कुमार, मुजफ्फरपुर के कंचन कुमार, पूर्वी चंपारण के सुगौली की साक्षी गुप्ता व आरा की शिवानी कुमारी की अहम भूमिका रही है। सभी इंजीनियङ्क्षरग के छात्र हैं।
कुछ एडवांस फीचर जोडऩे का चल रहा काम
मोहित का कहना है कि एप को और विकसित करने के लिए भागलपुर कॉलेज ने तीन लाख रुपये की फंडिंग की है। इसमें कुछ एडवांस फीचर जोडऩे का काम चल रहा है। इसमें स्थानीय पुलिस का नंबर ऑटो मोड में रहेगा और उसपर भी मैसेज जाएगा। भागलपुर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग की प्राचार्य डॉ. पुष्पलता का कहना है कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए छात्रों द्वारा बनाया गया एप बेहतरीन है। कॉलेज के लिए भी यह गर्व की बात है। छात्र इसे और एडवांस बनाने की तैयारी में जुटे हैं।