पंचायत चुनाव में कई प्रत्‍याश‍ियों का खेल ब‍िगाड़ सकते हैं डमी प्रत्याशी, पश्‍च‍िम चंपारण में तैयारी तेज

West Champaran पंचायत चुनाव में प्रत्‍याशी अब हार-जीत का समीकरण बनाने शुरू कर द‍िए हैं। कई पंचायतों में डमी प्रत्याशियों से जातीय समीकरण छिन्न-भिन्न डमी प्रत्याशी किसी खास प्रत्याशी के वोटों में सेंधमारी कर रहे ज‍िससे प्रतिद्वंदी फायदा हो रहा।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 05:15 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 05:15 PM (IST)
पंचायत चुनाव में कई प्रत्‍याश‍ियों का खेल ब‍िगाड़ सकते हैं डमी प्रत्याशी, पश्‍च‍िम चंपारण में तैयारी तेज
पश्‍च‍िम चंपारण में पंंचायत चुनाव की चल रही तैयारी। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पश्‍च‍िम चंपारण, जासं। यूं तो लोकसभा और विधानसभा चुनाव में लड़ाई की होड़ में रहने वाले प्रत्याशी डमी प्रत्याशी को मैदान में उतारते हैं। उनके नाम पर अलॉट वाहनों का अपने लिए इस्तेमाल करना मुख्य कारण होता है। लेकिन इस बार पंचायत चुनाव में भी कई प्रत्याशी डमी प्रत्याशियों को मैदान में उतारे हैं। खासकर जातीय समीकरण को छिन्न-भिन्न करने के लिए चुनावी होड़ के गंभीर प्रत्याशी डमी प्रत्याशियों से भी मैदान में ताल ठोकवा रहे हैं। कई पंचायतों में ये डमी प्रत्याशी जातीय समीकरण का ताना-बाना बिगाड़ लड़ाई को रोचक बना दिए हैं। खास वर्ग और खास जाति के लोगों का वोट तितर-बितर करने के लिए कई डमी प्रत्याशी भी पंचायत चुनाव में ताल ठोक रहे हैं।

डमी प्रत्याशियों के मैदान में कूदने के बाद कई पंचायतों की चुनावी समीकरण बिगड़ गई है। खासकर मुखिया और सरपंच के पदों पर ऐसी स्थिति है। ये डमी प्रत्याशी किसी खास प्रत्याशी के वोटों में सेंधमारी कर रहे हैं। जिसका फायदा उसके प्रतिद्वंदी प्रत्याशी को मिल रहा है। डमी प्रत्याशियों के कारण खास वर्ग या समूह के वोटों की तितर-बितर होने के बाद कुछ सीरियस प्रत्याशियों का वोट बैंक टूटता नजर आ रहा है। जिसका असर जीत-हार पर पडऩे की संभावना जताई जा रही है। कुछ ऐसे भी प्रत्याशी मैदान में है जो लड़ाई की होड़ से बाहर है। लेकिन इनकी फोकस अपनी जीत पर नहीं किसी खास प्रत्याशी को हराने पर हैं। उसके हारने में ही ये अपनी जीत देख रहे हैं। ऐसी स्थिति कई पंचायतों में है। डमी प्रत्याशियों के कारण कई पंचायतों में जीत हार का समीकरण गड़बड़ा गया है।

रात को भी घर घर घूम रहे हैं प्रत्याशी

दिन की बात कौन करे इस चुनाव में रात में भी प्रत्याशी घर-घर घूम रहे हैं। प्रत्याशियों के देर रात तक घूमने के कारण कई लोगों की नींद हराम हो रही है। एक साथ कई पदों पर चुनाव होने से एक प्रत्याशी के जाते ही लोगों के पास किसी ने किसी पद का दूसरा प्रत्याशी पहुंच जाता है। प्रत्याशियों की धमाचौकड़ी से कई लोग भी परेशान है। हालांकि अधिकतर लोग सबको उसके पक्ष में ही मतदान करने और विजय का आशीर्वाद भी दे रहे हैं।

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