मुजफ्फरपुर के एक मास्टर साहब टल्ली होकर पहुंच गए स्कूल, करने लगे हंगामा, गनीमत ये कि बच्चे स्कूल में नहीं थे, अन्यथा...

उत्क्रमित मध्य विद्यालय के एक शिक्षक को ग्रामीणों ने शराब पीकर विद्यालय पहुंचने के आरोप में शनिवार को बंधक बना लिया। इसके बाद पानापुर करियात ओपी पुलिस को सौंप दिया। ग्रामीणों की शिकायत पर शिक्षक को जांच के लिए पीएचसी में भेजा गया।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 02:44 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 09:12 AM (IST)
मुजफ्फरपुर के एक मास्टर साहब टल्ली होकर पहुंच गए स्कूल, करने लगे हंगामा, गनीमत ये कि बच्चे स्कूल में नहीं थे, अन्यथा...
शिक्षक को ग्रामीणों ने शराब पीकर विद्यालय पहुंचने के आरोप में शनिवार को बंधक बना लिया।

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। सूबे में शराब पर प्रतिबंध है। लेकिन, सच्चाई क्या है यह किसी को भी बताने की जरूरत नहीं है। कांटी प्रखंड अंतर्गत एक उत्क्रमित मध्य विद्यालय के एक शिक्षक को ग्रामीणों ने शराब पीकर विद्यालय पहुंचने के आरोप में शनिवार को बंधक बना लिया। इसके बाद पानापुर करियात ओपी पुलिस को सौंप दिया।

रिपोर्ट आने पर कार्रवाई होगी

ओपी प्रभारी रमेश मिश्र ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत पर शिक्षक को जांच के लिए पीएचसी में भेजा गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। रिपोर्ट आने पर कार्रवाई होगी। इधर, ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि आरोपित शिक्षक नशे में धुत होकर मध्याह्न भोजन के चावल वितरण के दौरान अभिभावकों के साथ बदतमीजी व हंगामा कर रहे थे। इससे नाराज ग्रामीणों ने उनको बंधक बनाया। बाद में सूचना पर पहुंची पुलिस को सौंप दिया। पुलिस शिक्षक को अपने साथ ओपी ले गई। इधर, शिक्षक ने अपने ऊपर लगाए आरोप को साजिश बताते हुए शराब पीने के आरोप को गलत बताया। हमलोग उम्मीद करते हैं कि मास्टर साहब सही कह रहे होंगे। हालांकि अब सवाल है कि काफी संख्या में मौजूद ग्रामीणों ने कुछ संदिग्ध देखा होगा तभी तो उन्होंने बंधक बनाया और पुलिस को फोन कर नशे में धुत होने का आरोप लगा रहे हैं। यह तो संयोग था कि वे स्कूल में बच्चे नहीं थे। यदि उनके सामने ये इस तरह का व्यवहार करते तो उनपर क्या प्रभाव पड़ता। इसके बाद कोई भी यह कैसे कह सकने की स्थिति में होता कि शराब पीना गलत बात है।  

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