जितना जल्दी शुरू करेंगे उपचार, उतनी जल्दी होंगे स्वस्थ
कोरोना के अधिकतर मरीज ठीक हो रहे हैं।
मुजफ्फरपुर : कोरोना के अधिकतर मरीज ठीक हो रहे हैं। जिन लोगों ने इस बीमारी को नजरअंदाज किया या छिपाया, उन्हें ही ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एसकेएमसीएच से सेवानिवृत्त डॉ. विमल कुमार राय ने कहा कि कोरोना का जितनी जल्दी उपचार शुरू होगा, मरीज उतनी जल्दी स्वस्थ होंगे। सर्दी, खांसी, बुखार समेत कोरोना का लक्षण सामने आते ही तुरंत जांच कराएं। पॉजिटिव आने पर सबसे पहले खुद को घर के एक कमरे में आइसोलेट कर लें। चिकित्सक की सलाह से तुरंत उपचार शुरू कर दें। चिकित्सक की ऑनलाइन सलाह से भी दवा शुरू कर सकते हैं। घर पर बुखार एवं ऑक्सीजन लेबल की जांच करते रहे। ऑक्सीजन लेबल अगर तेजी से गिर रहा है और 92 से कम हो तो तुंरत चिकित्सक के परामर्श से अस्पताल में भर्ती हो जाएं। तीन से पांच लीटर पानी अवश्य पिये। 60 वर्ष से अधिक उम्र के मरीज जिन्हें बीपी, मधुमेह, हृदय, किडनी समेत अन्य बीमारियां हैं, वे चिकित्सक की सलाह पर होम आइसोलेशन में रहें। मरीज दिन में कम से कम दो बार गरम पानी से गरारा करें और भाप लें।
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ऑक्सीजन लेबल 92 से कम होने पर अस्पताल में हों भर्ती
ऑक्सीजन लेवल को लेकर सतर्क रहने की आवश्यकता है। मरीज खुद भी शारीरिक स्थिति के उतार-चढ़ाव पर ध्यान दें। विशेषकर ऑक्सीजन लेवल को लेकर अधिक सतर्कता जरूरी है। ----------------------
पौष्टिक आहार व सकारात्मक व्यवहार काफी जरूरी
संक्रमित मरीज को पौष्टिक आहार के साथ सकारात्मक व्यवहार करना चाहिए। दलिया, जूस, नींबू पानी, मूंगदाल, सब्जी का सूप बेहतर विकल्प है। सुबह-सुबह एक गिलास गर्म पानी नींबू के साथ लें। चाय के साथ बिस्कुट ले सकते हैं। खाने की रूटीन ऐसी हो कि वह आसानी से पच सके और शरीर को आवश्यक मिनरल भी मिल जाए। नाश्ता सुबह आठ से नौ बजे के बीच में लेना चाहिए। सादी चपाती के साथ हरी सब्जी और दाल ले सकते हैं। 10 बजे तक नींबू की चाय ली जा सकती है। एक बजे तक भोजन कर लें, दोपहर के भोजन में पर्याप्त सलाद, दाल, सब्जी, चावल और चपाती ले सकते हैं। नींद पर्याप्त लेनी चाहिए। कम से कम आठ घंटे की नींद जरूर लें। सोने से पहले गर्म दूध हल्दी मिलाकर लें।