Madhubani News: मढ़िया के मुखिया के विरुद्ध प्राप्त परिवाद पर डीएम ने दिए जांच के आदेश, जानिए मामला
Madhubani News मधुबनी के बासोपट्टी प्रखंड के मढिय़ा पंचायत के मुखिया के विरुद्ध प्राप्त परिवाद के आलोक में डीएम ने वरीय उप समाहर्ता आरती कुमारी को जांच कर रिपोर्ट देने का दिया आदेश। मुखिया पर लगाया गया यह आरोप।
मधुबनी, जेएनएन। जिले के बासोपट्टी प्रखंड के मढिय़ा पंचायत के मुखिया के विरुद्ध प्राप्त परिवाद के आलोक में जिला पदाधिकारी डॉ. निलेश रामचंद्र देवरे ने बिन्दुवार जांच कर जांच रिपोर्ट समर्पित करने का आदेश वरीय उप समाहर्ता आरती कुमारी को दिया है। इस बाबत जारी पत्र में डीएम ने कहा है कि सुशील कुमार यादव एवं मढिय़ा पंचायत निवासी 186 लोगों ने संयुक्त हस्ताक्षरित परिवाद पत्र समर्पित किया है। इस परिवाद पत्र के माध्यम से मुखिया के विरुद्ध मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना अंतर्गत क्रियान्वित हो रहे ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना, ग्रामीण गली-नाली पक्कीकरण निश्चय योजना एवं विभिन्न तरह की योजनाओं में बड़े पैमाने पर राशि की निकासी कर अनियमितता बरतने का आरोप लगाया गया है।
डीएम ने इस पत्र में उल्लेख किया है कि परिवाद पत्र के माध्यम से आरोप लगाया गया है कि कोरोना महामारी जैसे आपदा में ग्रामीणों को मास्क एवं सैनिटाइजर का वितरण नहीं किया गया। मढिय़ा पंचायत के सात वार्डों में नल-जल योजना का लाभ लाभुकों को नहीं मिल रहा है। ग्रामीण गली-नाली पक्कीकरण निश्चय योजना में घटिया किस्म के सामग्री का उपयोग किया गया है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कथिततौर पर मुखिया के पति एवं इनके भतीजा द्वारा दस हजार रुपये लिया गया, जिसमें तत्कालीन आवास सहायक का भी मिलीभगत रहा है।
वार्ड नंबर-09 में नल-जल योजना के तहत 250 परिवारों में से केवल एक सौ परिवारों को ही कनेक्शन दिया गया है। कोरोना महामारी के काल में कथिततौर पर मुखिया के पति एवं पंचायत रोजगार सेवक द्वारा प्रत्येक जॉब कार्ड में एक हजार रुपये लिया गया। डीएम ने परिवाद पत्र में वर्णित उक्त आरोपों को अत्यंत गंभीर मानते हुए परिवाद पत्र में वर्णित सभी बिन्दुओं की बिन्दुवार जांच कर जांच रिपोर्ट समर्पित करने का आदेश वरीय उप समाहर्ता आरती कुमारी को दिया है। हालांकि, उक्त आरोपों में कितनी सच्चाई है यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा। बहरहाल, आरोप की सत्यता की जांच करने का आदेश डीएम ने दे दिया है।