निर्धारित दर से अधिक में उर्वरक बिकी तो विक्रेता व पदाधिकारी पर प्राथमिकी

जिले में किसानों को उचित दर पर उर्वरक उपलब्ध कराने एवं उसकी कालाबाजारी पर नियंत्रण को लेकर डीएम प्रणव कुमार की अध्यक्षता में जिला उर्वरक निगरानी समिति की बैठक हुई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 04:22 AM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 04:22 AM (IST)
निर्धारित दर से अधिक में उर्वरक बिकी तो 
विक्रेता व पदाधिकारी पर प्राथमिकी
निर्धारित दर से अधिक में उर्वरक बिकी तो विक्रेता व पदाधिकारी पर प्राथमिकी

मुजफ्फरपुर : जिले में किसानों को उचित दर पर उर्वरक उपलब्ध कराने एवं उसकी कालाबाजारी पर नियंत्रण को लेकर डीएम प्रणव कुमार की अध्यक्षता में जिला उर्वरक निगरानी समिति की बैठक हुई। इसमें पूर्व की बैठक की अनुपालन रिपोर्ट की समीक्षा की गई। डीएम ने किसानों के लिए उर्वरक की आवश्यकता के अलावा कई बिदुओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि उर्वरक की कालाबाजारी पर रोक लगाने के लिए अधिकारी क्षेत्र का भ्रमण करते रहें। उर्वरक विक्रेता के बोर्ड पर निर्धारित मूल्य का जिक्र होना जरूरी है। उर्वरक विक्रेता कंपनियों के प्रतिनिधियों तथा थोक विक्रेताओं को निर्देश देते हुए कहा कि निर्धारित मूल्य से अधिक पर उर्वरक की बिक्री की सूचना पर जांचोपरांत संबंधित विक्रेता और पदाधिकारी पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि प्रखंड स्तरीय निगरानी समिति द्वारा निगरानी सुनिश्चित करें। पंजीकृत उर्वरक विक्रेताओं द्वारा समय से प्रतिष्ठान खोला जाए। डीएम ने कहा कि उर्वरक की कालाबाजारी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले जिला कृषि पदाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि जिले में उर्वरक की कमी नहीं है। निर्धारित मूल्य पर ही उर्वरक की बिक्री हो इसके लिए पंचायत, प्रखंड और जिला स्तर पर निगरानी की जा रही है। जनप्रतिनिधियों ने भी सुझाव रखे। इसपर अनिवार्य रूप से अमल करने का निर्देश जिला कृषि पदाधिकारी को दिया गया। बैठक में विधान पार्षद दिनेश प्रसाद सिंह, गायघाट विधायक निरंजन राय, जिप अध्यक्ष इंद्रा देवी, सहायक समाहर्ता श्रेष्ठ अनुपम, जिला सहकारिता पदाधिकारी समेत सभी उर्वरक कंपनियों के प्रतिनिधिगण एवं थोक उर्वरक विक्रेता मौजूद थे।

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