ब्रांड अंबेसडर को लेकर निगम में राजनीतिक टकराव
स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए नगर आयुक्त द्वारा घोषित नगर निगम के ब्रांड अंबेसडर को लेकर राजनीतिक विवाद हो गया है।
मुजफ्फरपुर : स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए नगर आयुक्त द्वारा घोषित नगर निगम के ब्रांड अंबेसडर को लेकर राजनीतिक विवाद हो गया है। इसको लेकर निगम के कई पार्षदों ने नगर आयुक्त को कटघरे में खड़ा करते हुए मनमानी का आरोप लगाया है। नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 हेतु प्रचार-प्रसार एवं स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए बिग बांस फेम सिंगर दीपक ठाकुर एवं सिकंदरपुर मुक्तिधाम प्रबंधन समिति के संयोजक डा. रमेश कुमार केजरीवाल को बांड अंबेसडर बनाया है। दीपक ठाकुर को लेकर किसी प्रकार का सवाल नहीं खड़ा किया गया है लेकिन रमेश कुमार केजरीवाल के नाम पर विवाद हो गया है। निगम के कई पार्षदों उनके चयन को लेकर सवाल खड़ा किया है। वार्ड पार्षद संजय कुमार केजरीवाल, शेरु अहमद, जावेद अख्तर गुड्डू ने कहा है कि नगर आयुक्त को चयन से पूर्व निगम बोर्ड में इस मामले को रखना चाहिए था या फिर पार्षदों से विमर्श किया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि रमेश केजरीवाल नगर निगम का चुनाव लड़ते है। वे पिछले चुनाव में उम्मीदवार थे और उनकी हार हुई थी। ऐसे में उनको ब्रांड अंबेसडर बनाना कहीं से भी उचित नहीं है। वहीं कई अन्य पार्षदों ने भी नगर आयुक्त के फैसले को मनमानी बताते हुए फिर से निर्णय लेने की मांग की है। वहीं वार्ड पार्षद सतोष महाराज ने नगर आयुक्त के फैसले का उचित ठहराया है। वहीं नगर आयुक्त का कहना कि इस नगर महापौर निगम कार्यालय नही आ रहे है। सशक्त स्थायी समिति एवं निगम बोर्ड की बैठक नहीं हो रही है। विभाग से जल्द फैसला लेने का दबाव था। इसलिए दोनों को ब्रांड अंबेसडर चुना गया। नाराज पार्षद इसे बोर्ड की बैठक में उठा सकते है।