डाउट क्लास को स्कूलों में बच्चों के लिए आज से अलग-अलग व्यवस्था
सरकारी व निजी विद्यालयों में सोमवार से डाउट क्लास के लिए अलग-अलग तरीके से व्यवस्था की गई है। केंद्रीय विद्यालय में चुनाव का प्रशिक्षण शुरू होगा। इसलिए वहां अब चुनाव के बाद ही बच्चे जा पाएंगे। प्राचार्य संजीव कुमार ने कहा कि पानी भी काफी लगा है।
मुजफ्फरपुर। सरकारी व निजी विद्यालयों में सोमवार से डाउट क्लास के लिए अलग-अलग तरीके से व्यवस्था की गई है। केंद्रीय विद्यालय में चुनाव का प्रशिक्षण शुरू होगा। इसलिए वहां अब चुनाव के बाद ही बच्चे जा पाएंगे। प्राचार्य संजीव कुमार ने कहा कि पानी भी काफी लगा है। इसलिए बच्चों को यहां बुलाना संभव नहीं। इधर बीपी इंद्रप्रस्थ इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक सुमन कुमार ने कहा कि कक्षा में संख्या के हिसाब से बच्चों को डाउट के लिए बुलाएंगे। शिक्षकों की संख्या 50 फीसद रहेगी। किसी एक विषय में डाउट आने पर सप्ताह में दो दिन ही बुलाया जाएगा। आर्ट्स, कॉमर्स व साइंस तीनों के लिए यही नियम रहेगा। ऑक्सीमीटर, थर्मल स्कैनर, सैनिटाइजर, ग्लव्स आदि की व्यवस्था रहेगी। जिस बच्चे के पास ये सब नहीं होगा। उनको स्कूल से दिया जाएगा। होली मिशन सीनियर सेकेंड्री के डायरेक्टर डॉ.जीके मल्लिक ने कहा कि बच्चे दो फीट की दूरी पर बैठेंगे। उसके बाद शिक्षक कक्षा में पहुंचेंगे। छात्रों को संख्या के हिसाब से बैठाया जाएगा। ऑक्सीमीटर और सैनिटाइजर प्रत्येक प्वाइंट पर रहेगा। रूटीन के हिसाब से बच्चों को बुलाया जाएगा। एक-दूसरे का कोई सामान नहीं छूना है। दूसरे का टिफिन, कलम, कागज, किताब छूना मना रहेगा। टायलेट को भी प्रत्येक घंटे सैनिटाइज कराया जाएगा। कुछ भी छूने पर हैंडवाश का प्रयोग करेंगे। बच्चे भी अपने बैग में हैंडवाश, सैनिटाइजर, मास्क आदि रखेंगे। सरकारी स्कूलों में कुछ खास व्यवस्था करने की कोई सूचना शिक्षा अधिकारियों की तरफ से नहीं दी गई है। मॉनीटरिग सेल जरूर खोल दिया गया है। बता दें कि डाउट कक्षा के लिए सरकारी आदेश से अभी 90 फीसद स्वजन सहमत नहीं हैं। वे महामारी खत्म होने से पहले बच्चे को स्कूल भेजना नहीं चाहते हैं।