बेतिया में मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लगा डायलिसिस, एक साथ पांच मरीजों को मिलेगी सुविधा

West Champaran गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ प्रमोद कुमार तिवारी ने बताया कि यह सुविधा बीपीएल के मरीजों के लिए निशुल्क होगी। हालांकि एपीएल मरीजों को 1640 रुपये का भुगतान करना पड़ेगा। हैदराबाद की कंपनी नेफ्रोप्लस ने डायलिसिस इंस्टॉल कर दिखाया डेमो

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 05:13 PM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 05:13 PM (IST)
बेतिया में मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लगा डायलिसिस, एक साथ पांच मरीजों को मिलेगी सुविधा
बीपीएल के मरीजों के लिए डायलिसिस निशुल्क होगी ।

बेतिया, जासंं । गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शनिवार से डायलिसिस सेवा शुरू हो जाएगी। अब मरीजों को डायलिसिस के लिए बहार नहीं पड़ेगा। गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ प्रमोद कुमार तिवारी ने बताया कि यह सुविधा बीपीएल के मरीजों के लिए निशुल्क होगी। हालांकि एपीएल मरीजों को 1640 रुपये का भुगतान करना पड़ेगा। इसमें दवा भी शामिल होगा। हैदराबाद की कंपनी नेफ्रोकेयर प्लस  द्वारा यहां पांच यूनिट स्थापित की गई है। एक साथ 5 मरीजों को डायलिसिस की सुविधा प्राप्त होगी। इसका शुभारंभ शनिवार को किया जाएगा।

लंबे समय के बाद मरीजों को मिलेगी राहत

लंबे इंतजार के बाद मेडिकल कालेज में डायलिसिस यूनिट शुरू होने से जिले के किडनी की बीमारी से जूझ रहे लोगों को राहत मिलेगी। 5 बेड के इस यूनिट में अत्याधुनिक सुविधा होगी। इसका लाभ लेने के लिए पहले पंजीकरण करना होगा। यूनिट का कार्य पूरा हो चुका है। डायलिसिस सेवा 5 बेड की यूनिट है। इसे हैदराबाद की कंपनी नेफ्रोकेयर प्लस द्वारा स्थापित किया गया है। बता देगी डायलिसिस सुविधा की डिमांड बहुत पहले से थी। मरीजों को डायलिसिस के लिए बाहर जाना पड़ता था। अधिक रूपये खर्च करने पड़ रहे थे। 

मास्क लगाकर बच्चों को पढ़ाएं, शारीरिक दूरी का रखें ख्याल 

मधुबनी। बीईओ सुबोध कुमार ने शुक्रवार को प्रखंड के तीन विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। बीईओ ने निरीक्षण के दौरान विद्यालय के प्रधान शिक्षक एवं सहायक शिक्षकों को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बीईओ ने बताया कि प्रखंड के राजकीय प्राथमिक विद्यालय भट्टा टोला, दौनहा बीन टोली व राजकीय प्राथमिक विद्यालय भपसा का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सभी शिक्षक मौजूद मिले। कहा कि सभी शिक्षक फिजिकल डिस्टेंङ्क्षसग के बीच बच्चों को बिठाना सुनिश्चित करें। साथ ही 6 वर्ग से लेकर 8 वर्ग तक के बच्चों को मास्क का प्रयोग करने के लिए विशेष रूप से प्रेरित करें। साथ ही खुद भी मास्क लगाकर ही पठन-पाठन का कार्य कराएं। 

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