मुजफ्फरपुर में बाबा गरीबनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं को नहीं मिलेगा प्रवेश

सावन की दूसरी सोमवारी पर बाबा गरीबनाथ मंदिर में भक्तों को प्रवेश नहीं मिलेगा। पहली सोमवारी पर मंदिर के बाहर हुई भीड़ को देखते हुए मंदिर व जिला प्रशासन की ओर से भक्तों को रोकने की पूरी तैयारी की गई है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 05:30 AM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 05:30 AM (IST)
मुजफ्फरपुर में बाबा गरीबनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं को नहीं मिलेगा प्रवेश
मुजफ्फरपुर में बाबा गरीबनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं को नहीं मिलेगा प्रवेश

मुजफ्फरपुर । सावन की दूसरी सोमवारी पर बाबा गरीबनाथ मंदिर में भक्तों को प्रवेश नहीं मिलेगा। पहली सोमवारी पर मंदिर के बाहर हुई भीड़ को देखते हुए मंदिर व जिला प्रशासन की ओर से भक्तों को रोकने की पूरी तैयारी की गई है। रविवार की शाम में मंदिर के मुख्य द्वार को बांस-बल्ला से घेर दिया गया। साथ ही उसमें लोहा का जाली लगाया गया है ताकि भक्त उसके ऊपर से प्रवेश नहीं करें। बाबा गरीबनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी पं.विनय पाठक ने बताया कि रविवार की अ‌र्द्धरात्रि से ही मंदिर से जुड़े विभिन्न सेवा दलों के कार्यकर्ता सक्रिय हो जाएंगे। दो शिफ्ट में करीब पांच कार्यकर्ता मंदिर के मुख्य द्वार से ड्राप गेट तक मुस्तैद रहेंगे। दोपहर तक कार्यकर्ताओं की यहां तैनाती रहेगी। भक्तों से अपील की गई है कि वे कोरोना संक्रमण को देखते हुए अनावश्यक भीड़ नहीं लगाएं। साथ ही मंदिर व प्रशासन की सहयोग करें।

दिनभर लोगों से की गई अपील, नहीं खुलेंगी आसपास की दुकानें :

मंदिर परिसर में सोमवार को भीड़ नहीं लगाने को लेकर जिला प्रशासन की ओर से मंदिर समेत शहर के विभिन्न इलाकों में माइकिंग कराई गई। मुशहरी सीओ सुधांशु शेखर के नेतृत्व में लोगों से भीड़ नहीं लगाने की अपील की गई। मंदिर परिसर के सामने और आसपास की दुकानें भी रविवार देर शाम के बाद बंद कर दी गई। वहीं सोमवार को भी दुकानें नहीं खोलने का निर्देश दिया गया है। बताया गया कि मंदिर के दोनों ओर करीब सौ मीटर दूरी पर सड़क को बेरिकेडिंग कर बंद किया जाएगा। स्थानीय दुकानदारों से भी इसमें सहयोग करने की अपील की गई है।

मोबाइल एप से कर सकते बाबा गरीबनाथ का आनलाइन दर्शन : भक्तों की श्रद्धा का ख्याल रखते हुए बाबा गरीबनाथ मंदिर प्रशासन की ओर से बाबा के आनलाइन दर्शन की व्यवस्था की गई है। बाबा के आनलाइन दर्शन के लिए भक्तों को मोबाइल में हाइलुक विजन एप डाउनलोड करना होगा। इस एप में आइडी वाले कालम में द्भड्डद्बढ्डड्डढ्डड्डद्दड्डह्मद्बढ्डठ्ठड्डह्लद्ध और पासवर्ड वाले कालम में ढ्डद्दठ्ठद्व@123 दर्ज करना होगा। इस एप पर श्रद्धालु सुबह में बाबा के महाश्रृंगार से महाआरती और पूजन के साथ ही बाबा का दर्शन भी कर सकेंगे।

सोमवारी पर भोलेनाथ की पूजा से परेशानियों से होंगे मुक्त : आध्यात्मिक गुरु कमलापति त्रिपाठी प्रमोद बताते हैं कि सावन के महीने में सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करने से जीवन से सभी तरह की परेशानियों से छुटकारा मिलता है। भगवान शकर का जलाभिषेक करने से सभी मनोकामनाओं की पूíत हो जाती है। पौराणिक कथाओं में वर्णन है कि इसी सावन मास में समुद्र मंथन किया गया था। समुद्र मंथन के बाद जो विष निकला, उसे भगवान शकर ने कंठ में समाहित कर सृष्टि की रक्षा की, लेकिन विषपान से महादेव का कंठ नीलवर्ण हो गया। इसी से उनका नाम नीलकंठ महादेव पड़ा। विष के प्रभाव को कम करने के लिए सभी देवी-देवताओं ने उन्हें जल अíपत किया। इसलिए शिवलिंग पर जल चढ़ाने का खास महत्व है। यही वजह है कि श्रावण मास में भोले को जल चढ़ाने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। शिवपुराण में उल्लेख है कि भगवान शिव स्वयं ही जल हैं। इसलिए जल से उनके अभिषेक से आराधना का उत्तमोत्तम फल है। कोरोना काल में मंदिर बंद हैं ऐसे में भक्त घरों में ही मन से बाबा का ध्यान पूजन करें।

chat bot
आपका साथी