Darbhanga : आस्था पर भारी अव्यवस्था, अहिल्या स्थान के विकास पर ग्रहण

Darbhanga News नई समिति का नहीं हो सका गठन वेतन के अभाव में पुराने पुजारी ने पिछले वर्ष दिया इस्तीफा वैकल्पिक व्यवस्था के तहत अहिल्या स्थान की जिम्मेदारी निभाा रहे स्थानीय मुखिया समेत तीन लोग ।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Sat, 20 Feb 2021 04:40 PM (IST) Updated:Sat, 20 Feb 2021 04:40 PM (IST)
Darbhanga : आस्था पर भारी अव्यवस्था, अहिल्या स्थान के विकास पर ग्रहण
दरभंगा जिले के अहिल्यास्थान स्थित ऐतिहासिक रामजानकी मंदिर। जागरण

दरभंगा, {प्रमोद कुमार, कमतौल } । दरभंगा जिले के विकास के लिए सरकार लगातार कोशिशें कर रही है। यहां पर्यटन रोजगार को भी बढ़ावा देने की बात हो रही है। इस दिशा में काम भी किए जा रहे हैं। इन सबके बीच जिले जाले अंचल क्षेत्र में स्थित पूरी दुनिया में पौराणिक व धार्मिक स्तर पर विख्यात अहिल्या स्थान के प्रति लोगों की आस्था को अव्यवस्था का दीमक चाट रहा है। इस स्थान को रामायण सर्किट से जोड़ने की बात होती आई है। लेकिन, अब इसके विकास पर ही ग्रहण लग गया है। विकास की गति 2020 से नई कमेटी के गठन के अभाव में कुंद पड़ गई है। परिसर में स्थित राम जानकी मंदिर के पुराने पुजारी ने वेतन के अभाव में पद से इस्तीफा देकर किनारा कर लिया है। मजबूरी में अहिल्या स्थान के संचालन की जिम्मेदारी अहिल्या स्थान धार्मिक न्यास समिति के पदेन सचिव अंचलाधिकारी जाले एवं पदेन सदस्य कमतौल थानाध्यक्ष के कंधों पर आ पड़ी है।

 कोरोना काल में हुई वैकल्पिक व्यवस्था
 बताते हैं कि कोरोना काल की व्यस्तता एवं आपदा को देखते हुए जाले के अंचलाधिकारी ने वैकल्पिक व्यवस्था के तहत ऐतिहासिक धरोहर की देखभाल एवं संचालन की जिम्मेदारी स्थानीय मुखिया सूर्यनारायण शर्मा सहित अहियारी उत्तरी निवासी स्व. रामेश्वर ठाकुर के पुत्र उमेश ठाकुर एवं अहियारी गोट गांव निवासी स्व. होरिल यादव के पुत्र बिमल कुमार यादव को 25 नवंबर 2020 को दी है। राम जानकी मंदिर के पुराने पुजारी हरिनारायण ठाकुर के इस्तीफे के बाद मंदिर में पूजा अर्चना, भोग राग आदि की जिम्मेदारी स्थानीय दुख मोचन ठाकुर को दी गई है। वैकल्पिक व्यवस्था के तहत पूजा अर्चना ,साफ सफाई आदि तो जारी है। लेकिन, अहिल्या स्थान के विकास पर धार्मिक न्यास बोर्ड की नई समिति का गठन नहीं होने के कारण ग्रहण लग गया है।
तंगहाली में पुजारी ने दिया इस्तीफा
पुराने पुजारी हरिनारायण ठाकुर बताते हैं - अहिल्या स्थान धार्मिक न्यास समिति के अध्यक्ष डा. कवीश्वर ठाकुर ने राम जानकी मंदिर की पूजा अर्चना के लिए पुजारी पद पर रखा था। 3500 सौ रुपए प्रति माह वेतन मिल रहा था। लेकिन, 2020 के मार्च से वेतन मिलना अचानक बंद हो गया। काफी दौड़ लगाई अंत में इस्तीफा देना पड़ा।
 
सीओ ने कहा- शीघ्र गठित हो जाएगी नई समिति
 अहिल्यास्थान धार्मिक न्यास समिति का कार्यकाल पूर्ण होने पश्चात अबतक कोरोना आपदा के कारण नई समिति का गठन नहीं हो पाया है। इसके कारण वैकल्पिक व्यवस्था करनी पड़ी थी। अब स्थिति में सुधार का क्रम जारी है। शीघ्र नई कमेटी के गठन के लिए कार्यवाही प्रारंभ की जानी है।
 भजन गायक की चाहत- युवाओं को मिले अवसर
 शास्त्रीय भजन गायक रघुवीर ठाकुर कहते हैं- अहिल्या स्थान के सर्वांगीण विकास के लिए जरूरी है कि समिति में युवा पीढ़ी बी हो। अहिल्यास्थान में एक बार एक वरिष्ठ अधिकारी दर्शन करने आए थे ।उन्होंने धरोहरों को देख काफी प्रभावित होकर कहा था कि हमारी धरोहरों को सहेज कर रखने की सख्त जरूरत है।
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