मुजफ्फरपुर में डिजिटल सर्विस बुक निर्माण में लापरवाही पर डीईओ-डीपीओ का वेतन रोका

डिजिटल सर्विस बुक निर्माण में लापरवाही बरतने पर डीईओ और डीपीओ स्थापना के वेतन पर रोक लगा दी गई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 11 Dec 2020 01:47 AM (IST) Updated:Fri, 11 Dec 2020 01:47 AM (IST)
मुजफ्फरपुर में डिजिटल सर्विस बुक निर्माण में लापरवाही पर डीईओ-डीपीओ का वेतन रोका
मुजफ्फरपुर में डिजिटल सर्विस बुक निर्माण में लापरवाही पर डीईओ-डीपीओ का वेतन रोका

मुजफ्फरपुर। डिजिटल सर्विस बुक निर्माण में लापरवाही बरतने पर डीईओ और डीपीओ स्थापना के वेतन पर रोक लगा दी गई है। गुरुवार को आरडीडीई तिरहुत जीवेंद्र झा ने प्रमंडल के सभी जिले के डीईओ और डीपीओ के साथ समीक्षा बैठक की। इसमें पाया गया कि सीतामढ़ी और पश्चिम चंपारण को छोड़कर अन्य जिलों में शिक्षकों और कर्मचारियों का डिजिटल सर्विस बुक निर्माण कार्य में लापरवाही बरती जा रही है। इस कारण सरकार के आदेश से डीईओ और डीपीओ के वेतन पर रोक लगाई गई है। आरडीडीई ने बताया कि बैठक में विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की गई। मध्याह्न भोजन योजना के तहत खाद्यान्न की राशि बच्चों के खाते में भेजने की समीक्षा की गई। लगभग सभी योजनाओं के क्रियान्वयन में मुजफ्फरपुर पिछड़ गया है। आरडीडीई ने बताया कि डीईओ और डीपीओ को सख्त हिदायत दी गई है कि सेवांत लाभ व डिजिटल सर्विस बुक सरकार की प्राथमिकता में है। ऐसे में इन कार्यों में लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। आरडीएस कॉलेज में शहीद शिक्षक-छात्र की याद में श्रद्धांजलि सभा रामदयालु सिंह कॉलेज में गुरुवार को 1966 में सत्ता के विरुद्ध चल रहे छात्र आदोलन में कॉलेज परिसर में गोली से शहीद हुए मनोविज्ञान के प्रोफेसर निगमानंद कुंवर और छात्र महेश शाही को श्रद्धांजलि दी गई। प्राचार्य डॉ.ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि यह शहादत गुरु-शिष्य संबंध का अनुठा उदाहरण है। आदोलन का नेतृत्व कर रहे छात्र महेश शाही को बचाने में प्रोफेसर निगमानंद कुंवर गोली के शिकार हो गए थे। सभी शिक्षकों, कर्मचारियों व छात्रों ने कॉलेज परिसर स्थित शहीद स्मारक पर फूल माला चढ़ाकर शहीदों को याद किया। मौके पर डॉ.नीलम कुमारी, प्रो.अरुण कुमार, प्रो.विकास नारायण उपाध्याय, डॉ.इंदिरा कुमारी, डॉ.अनीता घोष, डॉ.रंजना कुमारी, शिक्षक संघ सचिव डॉ.रमेश प्रसाद गुप्ता, डॉ.रजनीश कुमार गुप्ता, डॉ.संजय सुमन, डॉ.श्याम बाबू शर्मा, डॉ.एमएन रिजवी, डॉ.मकबूल हुसैन, डॉ.प्रमोद कुमार, डॉ.सौरभ, डॉ.आशुतोष, डॉ.अनुपम, डॉ.गायत्री, डॉ.पवन कुमार ओझा, डॉ.गणेश शर्मा, डॉ.ललित किशोर, शैलेंद्र चौधरी, उमाशकर सिंह, रामनाथ सिंह, मनीष कुमार सिंह थे।

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