Muzaffarpur Weather Alert: आसमान में छाए हुए हैं घने बादल, उत्तर बिहार में कुछ जिलों में होगी बारिश
बाारिश और बाढ़ से दोन क्षेत्र में आवागमन प्रभावित होने लगा है। नदियों का कटाव जारी है। शाम तक गंडक बराज से एक लाख 44 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। गंडक कोसी कमला और बागमती नदी का जलस्तर बढऩे से फिर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
मुजफ्फरपुर, जासं। उत्तर बिहार के लोगों को अभी बारिश से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। उत्तर बिहार के कुछ जिलों में आज सुबह से बारिश हो रही है। आज पूर्वी एवं पश्चिमी चंपारण में भारी वर्षा की संभावना ही जताई गई है। डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के मौसम विभाग द्वारा चार अगस्त तक के लिए जारी मौसम पूर्वानुमान में कहा गया है कि आसमान में मध्यम से घने बादल छाये रह सकते हैं। इस अवधि में अच्छी वर्षा होने की संभावना है। दरभंगा में मंगलवार की सुबह मौसम सामान्य रहा। आसमान में बादल छाए रहे। सुबह में नम हवा ने लोगों की राह आसान की। वहीं सुबह सात बजे के बाद खिली धूप ने लोगों को देह जलानेवाली गर्मी का एहसास कराया। हालांकि, बीच-बीच में बादलों ने सूर्य के ताप को कम जरूर किया। सीतामढ़ी में मंगलवार की सुबह मौसम का मिजाज बदला- बदला सा है। आसमान में बादल छाए हुए हैं और बारिश की संभावना लग रही है।
बारिश से नदियों में उफान, उत्तर बिहार में कई जगहों पर कटाव जारी
उत्तर बिहार में झमाझम बारिश से नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी रही। पश्चिम चंपारण की पहाड़ी नदियों में उफान से रामनगर प्रखंड क्षेत्र के लोग सहमे हैैं। मधुबनी प्रखंड में लोगों ने ऊंचे स्थानों पर शरण ली है। दोन क्षेत्र में आवागमन प्रभावित होने लगा है। नदियों का कटाव जारी है। शाम तक गंडक बराज से एक लाख 44 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। गंडक, कोसी, कमला और बागमती नदी का जलस्तर बढऩे से फिर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
मधुबनी और दरभंगा जिले के निचले क्षेत्रों में परेशानी यथावत है। समस्तीपुर जिले के ताजपुर, मोरवा, सरायरंजन, उजियारपुर समेत कई प्रखंडों में बारिश से फसलों को भारी क्षति पहुंची है। मोहनपुर में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गई है। जलस्तर 4565 सेमी पर है, जो खतरे के निशान से 15 सेंटीमीटर ऊपर है। पानी का बहाव निचले क्षेत्रों की ओर तेजी से होने लगा है। कटाव निरोधी बंडाल और तटबंधों पर निगरानी बढ़ा दी गई है। वैशाली जिले की सीमा से रसलपुर तक छह स्थैानीय मजदूरों को भी तटबंधों की निगरानी के लिए रखा गया है। मुजफ्फरपुर और शिवहर में भी बागमती के जलस्तर में वृद्धि जारी है।