मेल और सवारी लोको पायलट से मालगाड़ी पर काम लेने के खिलाफ प्रदर्शन
ऑल इंडिया लोको रनिग स्टाफ एसोसिएशन की ओर से रविवार को स्थानीय रेलवे जंक्शन पर मेल और सवारी लोको पायलट से मालगाड़ी पर कार्य कराने पर रोक लगाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया।
मुजफ्फरपुर। ऑल इंडिया लोको रनिग स्टाफ एसोसिएशन की ओर से रविवार को स्थानीय रेलवे जंक्शन पर मेल और सवारी लोको पायलट से मालगाड़ी पर कार्य कराने पर रोक लगाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया। इस दौरान रेलवे प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की गई। इसके बाद कर्मियों ने धरना पर बैठ गए। शाखा सचिव विरक्षन चौधरी ने कहा कि कोरोना संकट के इस दौर में कर्मचारियों से काम कराया जा रहा है और सुरक्षा कुछ नहीं है। रनिग रूम के कर्मचारियों को मास्क, सैनिटाइजर और अन्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई गई हैं। मौके पर शाखा अध्यक्ष ईश्वर चंद्र विद्यासागर, झुनझुन कुमार, जय नाथ राय, नीरज कुमार, जय किशोर गुप्ता, दीपक कुमार, अशोक कुमार, शशि भूषण प्रसाद, विनोद कुमार ,संतोष ठाकुर आदि मौजूद थे।
श्रम नीति के विरोध में किया प्रदर्शन
अगस्त क्रांति दिवस के अवसर पर देशव्यापी आंदोलन के तहत राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस ( इंटक) के निर्देश पर उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक इंप्लाइज एंड ऑफिसर्स कांग्रेस भारत बचाओ आंदोलन में शामिल हुआ। इसके तहत संगठन के केंद्रीय कार्यालय अखाड़ाघाट में केंद्र सरकार की जन विरोधी आर्थिक नीति एवं श्रमिक विरोधी श्रम नीति के विरोध में प्रदर्शन किया गया।
प्रदर्शन में शामिल लोगों का कहना था कि सरकार एक-एक कर सभी सार्वजनिक उपक्रमों को बेच रही है। उन्होंने सरकार से श्रम कानूनों में किए गए संशोधन वापस लेने, सार्वजनिक उपक्रमों को निजी हाथों में बेचना बंद करने, 18 अगस्त के कोल ब्लॉक के प्रस्तावित नीलामी को वापस लेने, बैंको का निजीकरण बंद करने,
ग्रामीण बैंकों का पोस्टल बैंक में विलय का प्रस्ताव वापस लेने क मांग कर रहे थे। साथ ही वे प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य में रोजगार देने एवं मजदूरों के अधिकारों पर हमला बंद करने की मांग की। प्रदर्शन का नेतृत्व राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक ऑफिसर्स कांग्रेस के महासचिव अरुण कुमार सिंह ने किया। संगठन मंत्री शंभु शरण सिंह, एजाज मुस्तफा सोज, अविनाश कुमार, गिरजेश मारवाड़ी, अमरेश कुमार, सत्येंद्र नारायण सिंह, अमर नाथ झा, जितेंद्र सिंह, बिधान चन्द्र प्रसाद सिंह ने इस अवसर पर संबोधित किया।