BIGG BOSS 12 : मुजफ्फरपुर के दीपक ठाकुर ने जीता दिल, बोचहां के लाल के प्रदर्शन से सभी गदगद

टॉप 3 में आए दीपक ठाकुर ने बज़र राउंड के दौरान 20 लाख रुपये लेकर रेस से बाहर होने का रास्ता चुना। सलमान ने की प्रशंसा।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Mon, 31 Dec 2018 12:09 AM (IST) Updated:Mon, 31 Dec 2018 12:09 AM (IST)
BIGG BOSS 12 : मुजफ्फरपुर के दीपक ठाकुर ने जीता दिल, बोचहां के लाल के प्रदर्शन से सभी गदगद
BIGG BOSS 12 : मुजफ्फरपुर के दीपक ठाकुर ने जीता दिल, बोचहां के लाल के प्रदर्शन से सभी गदगद
मुजफ्फपुर, जेएनएन। रविवार की रात बिग बॉस सीज़न 12 का साढ़े 3 महीने का सफ़र पूरा हो गया। इसमें दीपिका कक्कड़ ने भले ही ट्रॉफी अपने नाम की हो, लेकिन मुजफ्फपुर के आथर निवासी दीपक ठाकुर ने सबका दिल जीता। उन्होंने गीत और व्यवहार से हाउस के अंदर और सभी दर्शकों को अपना बना लिया। यही वजह रही कि एक कॉमनर के रूप में प्रवेश मिलने के बाद भी उन्होंने फाइनल तक का सफर तय किया। टॉप थ्री में स्थान कायम किया और जब 20 लाख लेकर गेम छोड़ा, उस समय भी सभी ने प्रशंसा ही की। 
टॉप 3 में बनाई जगह
  बिग बॉस का 15 हफ़्तों यानि 105 दिनों का सफ़र तय करने के बाद ग्रैंड फ़िनाले में श्रीसंत, दीपिका कक्कड़, दीपक ठाकुर, करणवीर बोहरा और रोमिल चौधरी टॉप 5 में आए। कड़े मुक़ाबले के बाद दर्शकों ने दीपिका को विनर चुना। पूर्व क्रिकेटर श्रीसंत दूसरे स्थान पर रहे। टॉप 3 में आए दीपक ठाकुर ने बज़र राउंड के दौरान 20 लाख रुपये लेकर रेस से बाहर होने का रास्ता चुना। सलमान ने दीपक के इस फ़ैसले को सही बताया, क्योंकि उन्हें तीनों में सबसे कम वोट मिले हैं। सबसे पहले करणवीर बोहरा विनर और फिर रोमिल चौधरी सबसे कम वोट मिलने पर रेस से बाहर हुए। रोहित शेट्टी ने घर के अंदर जाकर रोमिल को बाहर लेकर आये।

अत्यंत सामान्य परिवार से हैं दीपक
दीपक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखनेवाले हैं। बचपन से ही उनका करिश्माई व्यक्तित्व रहा है। पिता बताते हैं कि वह ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल से मैट्रिक, एलपी शाही कॉलेज से इंटरमीडिएट, 2016 मे एलएन मिश्रा कॉलेज से बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद गुरुवर महाविद्यालय, इलाहाबाद से संगीत की शिक्षा ली। इससे बॉलीवुड का रास्ता आसान हो गया। वह दो बहनों दीपिका व ज्योति के बीच इकलौता और बड़ा भाई है। दीपिका एसकेजे लॉ कॉलेज से एलएलबी कर रही है तो ज्योति एलएस कॉलेज में बीएससी फाइनल ईयर में है।आथर के 'दीपक' से रोशन हुआ मुजफ्फरपुर
सोमवार को सूरज उगने से पहले दीपक की रोशनी से नया विहान हो गया। रविवार आधी रात पॉपुलर रियलिटी शो 'बिग बॉस' सीजन-12 के फाइनल मुकाबले के साथ ही साल 2009 का कैलेंडर अपने उस सपूत को लेकर मुजफ्फरपुर शहर के लिए सफलता की एक नई इबारत लिख गया। सबकी निगाहें दीपिका कक्कड़, श्रीसंत व दीपक ठाकुर के बीच रोमांचक मुकाबले और हार-जीत के फैसले पर टिकी रहीं। जीत चाहे किसी की हो, शहरवासियों के लिए दीपक ही इस सीजन में आखिरकार 'बिग बॉस' रहा।
   मुशहरी के आथर गांव का दीपक ठाकुर अपने हरफनमौला प्रदर्शन और टीवी पर पलकें बिछाए उन दर्शकों की वोटिंग की बदौलत पहले ही फाइनल तक पहुंच चुका था। उसके पैतृक गांव आथर से शहर तक दर्शकों का गजब का रोमांच रहा। शनिवार को तीसरी बार दीपक के दरवाजे पर बिग बॉस की टीम ने दस्तक दी। लोग दीपक के चैंपियन बनने की चाहत में वोटिंग के साथ दुआएं भी देते रहे। उधर, दीपक के पिता पंकज ठाकुर और मां मीरा ठाकुर भी इस खास क्षण के गवाह बनने के लिए अपने लाडले के पास शुक्रवार को ही मुंबई के लोनावाला रवाना हो गए। 
मंदिरों में माथा टेक युवा मांगते रहे दुआएं 
दीपक के पक्ष में वोट की अपील के लिए सारा शहर कैंपेन में शामिल रहा। फाइनल मुकाबले की घोषणा के मौके पर शहरवासियों का उत्साह देखते ही बन रहा था। एलएस कॉलेज छात्रसंघ के नेता ठाकुर प्रिंस के नेतृत्व में उत्साही युवाओं की टोली पूरे दिन प्रार्थना करती रही। सन्नी कुमार झा, रौनक कुमार, कार्तिकेय, रविकेश कुमार, रमण शुक्ला, माधव कुमार, दीपक सिंह, सब्बू दा, राजन कुमार, गौरव कुमार, उत्तम कुमार, प्रभात, भोलू, पिंटू, बंटी, कमलेश, रोहित आदि ने शाम में कलमबाग हनुमान मंदिर में जाकर माथा टेका। 
चंद्रलोक होटल से सीधे बॉलीवुड पर दस्तक
डायरेक्टर अनुराग कश्यप की फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर में गाना गाने वाले दीपक ठाकुर का बिग बॉस तक का सफर काफी संघर्षों भरा रहा। किशोरावस्था में ही उसको गैंग ऑफ वासेपुर में गाने का मौका मिल गया। फिर तो उसकी गाड़ी चल निकली। उसके पिता बताते हैं कि संगीतकार स्नेहा खंडेलवाल मुजफ्फरपुर आई हुई थीं। उनको कहीं से मालूम चला कि यहां कोई लड़का बहुत अच्छा गाता है तो चंद्रलोक होटल में उसको बुलाकर ऑडिशन लिया और तुरंत मुंबई आने का ऑफर दे दिया। दीपक ने इस फिल्म के दूसरे भाग के लिए भी गाए। अभी अनुराग कश्यप की एक दूसरी फिल्म 'मुक्केबाज' में भी दीपक ने गाए हैं। 
बहनें भी बड़े भैया की कामयाबी से गदगद
अत्यंत सामान्य परिवार से ताल्लुक रखने वाला दीपक बचपन से ही करिश्माई व्यक्तित्व का था। उसके पिता बताते हैं कि वह ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल से मैट्रिक, एलपी शाही कॉलेज से इंटरमीडिएट, 2016 मे एलएन मिश्रा कॉलेज से बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद संगीत गुरुवर महाविद्यालय, इलाहाबाद में संगीत की शिक्षा ली और बॉलीवुड में रास्ता आसान हो गया। दो बहनों दीपिका व ज्योति के बीच इकलौता और बड़ा भाई है। दोनों बहनें अपने भाई की बुलंदी पर खुशी से झूम रही हैं। दीपक के माता-पिता ने चाहनेवालों का शुक्रिया अदा किया है।
बिग बॉस में आम आदमी की पहुंच
पॉपुलर रियलिटी शो 'बिग बॉस' में अब सिर्फ सेलेब्रिटीज का एकाधिकार नहीं रह गया। कॉमन कैटेगरी में आम आदमी भी कंटेस्टेंट बन सकता है। बिहार से दीपक ठाकुर से पहले  ज्योति कुमारी इसी कैटेगरी में आई थीं। सीजन 10 सिलेब्स के साथ आम आदमी भी आए थे और इस सीजन के विनर भी आम आदमी मनवीर गुर्जर विजेता बने थे। 
 
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