हादसे में मौत, मुआवजा के लिए तीन घंटे सड़क जाम
सदर थाना क्षेत्र के मझौलिया एनएच-28 पर सड़क हादसे में राजमिस्त्री राजकिशोर राम (40) की मौत से आक्रोशित लोगों ने शुक्रवार को खबड़ा मंदिर के पास सड़क जाम कर दी।
मुजफ्फरपुर। सदर थाना क्षेत्र के मझौलिया एनएच-28 पर सड़क हादसे में राजमिस्त्री राजकिशोर राम (40) की मौत से आक्रोशित लोगों ने शुक्रवार को खबड़ा मंदिर के पास सड़क जाम कर दी। मुआवजा के लिए तीन घंटे तक शव को सड़क पर रखकर टायर जलाकर आगजनी करते हुए प्रदर्शन किया। गुरुवार रात काम कर घर लौटने के दौरान मझौलिया चौक पर तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई थी। वे खबड़ा वार्ड नंबर तीन के रहनेवाले थे। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंप दिया गया। इसके बाद मुआवजा के लिए सड़क जाम कर हंगामा करने लगे। सदर थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार झा के निर्देश पर दारोगा मशीर आलम खां व जमादार जीएस ठाकुर ने मौके पर पहुंचकर आक्रोशितों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहे। घटनास्थल को लेकर मामला कुढ़नी और मुशहरी अंचलाधिकारी के बीच फंस गया। अंचलाधिकारी के आने में देरी होते देख उनका आक्रोश बढ़ता जा रहा था। दोबारा जब पुलिसकर्मी उन्हें समझाने गए तो नोकझोंक व धक्का-मुक्की हुई। किसी तरह समझाकर सभी को शांत कराया गया। घटनास्थल स्पष्ट होने के बाद कुढ़नी अंचलाधिकारी के पहुंचने के बाद चार लाख रुपये मुआवजा की राशि देने पर जाम समाप्त हुआ।
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ट्रक जब्त कर पुलिस कर रही कार्रवाई : बताया कि राज किशोर गोबरसही से राजमिस्त्री काम कर गुरुवार रात अपने परिचित के साथ साइकिल से घर लौट रहे थे। इसी दौरान मझौलिया चौक पर तेज रफ्तार ट्रक ने उन्हें रौंद दिया। भागने के क्रम में पुलिस ने भगवानपुर से ट्रक को पकड़ लिया। हालांकि, चालक व खलासी कूदकर भाग निकले।
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पत्नी व पुत्र का हाल बेहाल : मृतक के परिवार में पत्नी सोनी देवी और दस साल का पुत्र राजीव उर्फ गोलू है। पुत्री की मौत कई साल पूर्व हो चुकी है। परिवार में कमाने वाला दूसरा कोई सदस्य नहीं बचा। उनपर ही पूरे परिवार के भरण-पोषण की जिम्मेदारी थी। पत्नी और पुत्र का रो-रोकर हाल बेहाल था। वे बार-बार बेहोश हो रहे थे।
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हाईवे पर पांच किलोमीटर जाम से ठहरी रफ्तार
मुजफ्फरपुर : जाम के दौरान हाईवे पर पांच किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतारें लग गई। गोबरसही से लेकर कच्ची पक्की तक जाम की समस्या से लोग दोपहर 12 बजे से शाम तक जूझते रहे। कई यात्री तो बस और ऑटो से उतरकर पैदल जाने को विवश हो गए। सड़क से शव हटने के बाद पुलिस को यातायात सुचारु कराने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
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