Darbhanga: यूजीसी ने कोविड-19 को ले विश्वविद्यालय और कॉलेजों को जारी किए थे निर्देश, पालन नहीं

Darbhanga News कोरोना 2.0 को देखते हुए यूजीसी ने सभी विवि और कॉलेजों को हेल्पलाइन नंबर जारी करने को कहा था। लेकिन उक्त निर्देश का पालन ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय और इसके अधीन कॉलेजों द्वारा नहीं किया जा रहा है।

By Murari KumarEdited By: Publish:Mon, 26 Apr 2021 05:39 PM (IST) Updated:Mon, 26 Apr 2021 05:39 PM (IST)
Darbhanga: यूजीसी ने कोविड-19 को ले विश्वविद्यालय और कॉलेजों को जारी किए थे निर्देश, पालन नहीं
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की फाइल फोटो।

दरभंगा, जागरण संवाददाता। कोरोना 2.0 के बढते प्रकोप के चलते सूबे के स्कूल-कॉलेज समेत सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं। इस बीच विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने देश के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को निर्देश जारी करते विवि और कॉलेज स्तर पर एक हेल्पलाइन नंबर जारी करने का निर्देश दिया है। यूजीसी ने छात्र-छात्राओं से लगातार फैकल्टी मेंबर और कॉलेज-यूनिवर्सिटी में नियुक्त काउंसलर इ-मेल, सोशल मीडिया या फोन के जरिए कनेक्ट रहने को कहा है। न केवल उनकी समस्याओं का निदान करने बल्कि पहल कर खुद बच्चों से संपर्क स्थापित करें का निर्देश दिया है। इतना ही नहीं स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से छात्र-छात्राओं के लिए जारी किए गए मेंटल हेल्थ वीडियोज भी साझा करने को कहा गया है। सोशल मीडिया, व्हाट््सएप ग्रुप या फिर इ-मेल के जरिए छात्रों की हर संभव मदद करने की बात कही है। लेकिन उक्त निर्देश का पालन ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय और इसके अधीन कॉलेजों द्वारा नहीं किया जा रहा है। 

परीक्षाएं और भी हो सकती है लंबित

विद्यार्थियों की परीक्षाएं पहले से ही लंबित है फिर भी कोरोना संक्रमण के बढ़ते ग्राफ के कारण आगे टाला जा रहा है। जब स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय ही सुचारू रूप से नहीं चल पाएगा तो परीक्षा व परिणाम के साथ तैयारियों के बारे में सोचना ही बेमानी होगी। ऐसे में विद्यार्थियों के अंदर मानसिक दवाब बढऩा लाजिमी है।इस बीच विद्यार्थियों के मेंटल हेल्थ को दुरुस्त करने के लिए यूजीसी ने विश्वविद्यालय प्रशासन को गाइडलाइन भी भेजा है।

छात्र-छात्राओं के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर यूजीसी है सजग

यूजीसी के सेक्रेटरी ने पत्र में कहा है कि छात्र-छात्राओं के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर सजग है। हमने पिछले साल ही एक गाइडलाइन यूनिवर्सिटीज और कॉलेज को जारी की थी। इस गाइडलाइन में कई तरह के सुझाव दिए गए थे जिससे टीचर और छात्र-छात्राएं आपस में संपर्क में रहें। मेंटल हेल्थ के कुछ वीडियोज भी साझा किए गए हैं ।साथ ही उनके पाठ्यक्रम के अलावा उनकी मानसिक समस्याओं पर भी उनकी काउंसिलिंग की जाए।

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