Darbhanga: लोगों की प्राण रक्षा में लगीं रोजेदार संजीदा, जिला प्रशासन ने प्रशस्ति पत्र से किया सम्मानित

Darbhanga News कोरोना संक्रमण से खुद की रक्षा करते हुए घर - घर जाकर सात सौ परिवार के सदस्यों की स्क्रीनिंग की। जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमण के दौरान बेहतर कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र से किया है सम्मानित।

By Murari KumarEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 11:43 AM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 11:43 AM (IST)
Darbhanga: लोगों की प्राण रक्षा में लगीं रोजेदार संजीदा, जिला प्रशासन ने प्रशस्ति पत्र से किया सम्मानित
सदर पीएचसी में डीपीएम को कोरोना टीका देती सबरून खातून उर्फ संजीदा

[प्रिंस कुमार] दरभंगा। कोरोना संक्रमण काल में चिकित्सक और नर्सेज अहम भूमिका निभा रहीं हैं। स्वास्थ्य विभाग जिले में टीकाकरण का कार्य युद्ध स्तर पर चला रहा है। इस कार्य में महिला स्वास्थ्य कर्मियों की भूमिका अहम है। कोरोना संक्रमण के प्रकोप से स्वयं को बचाने के लिए लोग खुद को सुरक्षित रखने के लिए सभी तरह के उपाय कर रहे रहे हैं। वहीं जिले के सदर पीएचसी की नर्सिंग स्टॉफ कादिराबाद के रुहेलागंज मोहल्ला निवासी शबरून खातून उर्फ संजीदा ने कोरोना संक्रमण से लोगों को सुरक्षित करने के लिए दिन-रात लगी हुईं हैं। सदर पीएचसी में वर्ष 2016 से कार्यरत संजीदा ने कोरोना संक्रमण काल में 28 अप्रैल 2020 को सदर प्रखंड के मिश्रीकार मोहल्ला से मिले पहले कोरोना पॉजिटिव मरीज की थर्मल स्क्रीनिंग कर कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए डीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया। इसके बाद लगातार सदर प्रखंड के सात सौ परिवारों के सदस्यों की थर्मल स्क्रीनिंग कर मिसाल कायम की।

 सभी का डाटा तैयार कर जिला प्रशासन को मुहैया करवाने में लगी रहीं। दूसरे चरण में नर्सिंग स्टॉफ संजीदा को जिला प्रशासन की ओर से आइसोलेशन वार्ड में भर्ती संक्रमित मरीजों को फोन पर उनके स्वास्थ्य अपडेट के लिए लगाया गया। इस दौरान संजीदा रोजाना सौ पॉजिटिव मरीज से फोन पर उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेती रहीं। इसके साथ ही 45 पार आयु वर्ग समेत पांच वर्ष तक के बच्चों की डोर-टू डोर जाकर थर्मल स्क्रीनिंग कर लोगों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेती रहीं। नर्सिंग स्टॉफ संजीदा कहती हैं, अप्रैल से सितंबर माह तक कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर सदर पीएचसी अंतर्गत सभी वार्ड और पंचायतों में घूम-घूम कर काम करती रही। 

इसके साथ ही जिला प्रशासन की ओर से मातृत्व मृत्यु दर कम करने के लिए संचालित वंडर एप कार्यक्रम में भी हाथ बढ़ाती रही। जिला प्रशासन के निर्देश के आलोक में गर्भवती महिलाओं को समुचित स्वास्थ्य सेवा मुहैया करवाने के लिए कोरोना संक्रमण काल में दिन-रात लगी रही थी।

 नये साल 2021 में जब कोविड-19 टीकाकरण को लेकर तैयारी शुरू हुई तो डीएमसीएच में ट्रेनिंग में भाग लिया।  25 जनवरी से सदर पीएचसी अंतर्गत आने वाले लोगों का कोविड-19 टीकाकरण के लिए वैक्सीनेशन का काम कर रही हूं। कहतीं हैं, रमजान के पाक माह में रोजाना रखी हूं, रोजा में रहते हुए भी मानव कार्य में लगातार लगी हूं। आपदा आता जाता रहता है, लेकिन मानव सेवा का धर्म प्रत्येक दिन चलता है। आपदा के समय इस कार्य में संजीदगी काफी बढ़ जाती है। अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना पड़ता है। सेवा के कार्य में लगातार लगने कारण जिला प्रशासन स्तर पर संजीदा को कई पुरस्कार से नवाजा गया है। 

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