Darbhanga news: बागमती नदी में बना चचरी पुल ध्वस्त, चार माह से परेशान हैं लोग
Darbhanga news परेशानी को कम करने के लिए निजी खर्चे से स्थानीय युवाओं ने किया नाव का इंतजाम पुल ध्वस्त से आवागमन प्रभावित हो गया है। किसानों पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। सरकारी की ओर से अब यहां नाव उपलब्ध नहीं कराया गया है।
दरभंगा, जासं। केवटी विधानसभा क्षेत्र के केवटी प्रखंड की कोठिया एवं सिंहवाड़ा प्रखंड की टेकटार पंचायत को जोड़नेवाली अधवारा समूह की बागमती नदी में बाजिदपुर (शिव मंदिर) घाट पर ग्रामीणों के सहयोग से बना चचरी पुल ध्वस्त होने के बाद पिछले चार माह से लोगों का आवागमन ठप है। चचरी पुल के ध्वस्त होने से पंचायत के छोटे-छोटे किसानों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। सरकारी स्तर पर अबतक यहां सरकारी नाव उपलब्ध नहीं कराया गया है।
पुल ध्वस्त होने के बाद से ही स्थानीय ग्रामीण आवागमन के लिए सरकारी स्तर पर वहां नाव परिचालन की मांग कर रहे थे। लेकिन जब इस दिशा में कोई सुधि नहीं लिया गया तो थक हारकर स्थानीय युवाओं ने निजी खर्चे से आपस में चंदा इकट्ठा कर नाव लाने का विचार किया फिर 26 जुलाई 021 को समस्तीपुर से निजी नाव की खरीदारी कर और उसे वहां से लाकर नदी में बाजीदपुर ( शिव मंदिर ) धाट पर लोगों के आवागमन की सुविधा उपलब्ध करा दिया । युवा ललित कुमार यादव बताया कि सरकारी स्तर पर वहां नाव की व्यवस्था करने की मांग को लेकर प्रखंड मुख्यालय का चक्कर लगाते - लगाते थक गए। लेकिन प्रशासन ने इस दिशा में कोई सुधि लिया और ना ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने इस दिशा में कोई पहल की। कोई जनप्रतिनिधि जब गांव वालों के लिए काम नहीं आया तो लोगों की परेशानी को देखकर गांव के युवाओं को रहा नहीं गया और युवा अनिल साहु ,गजेंद्र पासवान, शंभु यादव, राज किशन साहु, अरविंद साहू और राजू प्रसाद आदि युवाओं ने मिलकर निजी खर्चे से आपस में चंदा इकट्ठा कर नाव खरीद लाए।
बताया जाता है कि ग्रामीणों के सहयोग से यहां का बना चचरी पुल करीब एक दर्जन से अधिक गांवों के लोगों के लिए टेकटार बाजार से जोड़ने वाली जीवन रेखा चचरी मानी जाती थी। इसके ध्वस्त हो जाने से त्रिमुहान , बग्धा, मंगरथू, पचमा ,कोठिया, बाजीदपुर, भतौरा समेत दरभंगा जिले के केवटी व सिंहवाड़ा और मघुबनी जिले के बिस्फी प्रखंड की कई गांवों का संपर्क टेक्टार बाजार से अब भी भंग है । फिलहाल युवाओं द्वारा निजी खर्चे से व्यवस्था की गई नाव से लोग जान जोखिम में रखकर आने - जाने को विवश है।
वहीं लोग करीब नौ से दस किमी की दूरी तय कर टेकटार बाजार व करीब बारह से तेरह किमी की दूरी तय कर कमतौल बाजार आने - जाने को विवश है। मालूम हो कि यहां का चचरी पुल 27 जून 021 को अधवारा समूह की बागमति नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से ध्वस्त हो गया था । पूर्व पंचायत समिति सदस्य रामप्रकाश साह ने बताया कि लोगों की परेशानी को देखते हुए नदी में पुल निर्माण की मांग कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों से किया गया । लेकिन अब तक इस दिशा में कोई सुधि नहीं ली गई।