दरभंगा एयरपोर्ट के नए सिविल एनक्लेव ने उम्मीदों को दिए पंख, आएगी आर्थिक क्रांति

Darbhanga News सिविल एनक्लेव निर्माण व भारत माला प्रोजेक्ट से जिले में नए उद्योगों की परिकल्पना होगी साकार दिल्ली मोड़ से लेकर सकरी तक व्यवसाय का बिछेगा जाल सस्ती कीमत पर बिकने वाली जमीन उगल रही सोना राष्ट्रीय राजमार्ग 57 सड़क खंड के दोनों किनारे विकसित हो रहा होटल व्यवसाय।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 05:03 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 05:03 PM (IST)
दरभंगा एयरपोर्ट के नए सिविल एनक्लेव ने उम्मीदों को दिए पंख, आएगी आर्थिक क्रांति
दरभंगा एयरपोर्ट पर घरेलु विमान सेवा के साथ अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा की भी शुरूआत होगी। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

दरभंगा, जासं। दरभंगा एयरपोर्ट के नए सिविल एनक्लेव व रनवे विस्तार को राज्य कैबिनेट की हरी झंडी मिलने के बाद औद्योगिक रूप से न सिर्फ दरभंगा बल्कि आसपास के जिले भी सबल होंगे। ना केवल छोटे-बड़े उद्योग धंधे स्थापित होंगे, बल्कि बड़े-बड़े होटल, माल, आवासीय टाउनशिप सहित कई लघु व कटीर उद्योग का जन्म हो रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग 57 पर दिल्ली मोड़ से लेकर सकरी तक सड़क के दोनों किनारे व्यावसायिक दृष्टिकोण से पूरे इलाके का कायाकल्प होने की उम्मीदों को पंख लगे हैं। लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। इससे आर्थिक रूप से दरभंगा सहित आसपास के कई जिले में आर्थिक क्रांति आएगी।

दरभंगा एयरपोर्ट के नए सिविल एनक्लेव निर्माण के साथ ही यहां से घरेलु विमान सेवा के साथ अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा की भी शुरूआत होगी। कार्गो सेवा, एयर एंबुलेंस सेवा आदि के सुचारू होने से यहां के उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजार मिलेगा। एयर एंबुलेंस सेवा की शुरूआत और दरभंगा में एम्स की स्थापना से दरभंगा का पूरा इलाका मेडिकल के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होगा।

देश व विदेश के प्रख्यात चिकित्सक आन कॉल होंगे। इससे स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े व्यवसाय को गति मिलेगी। साथ ही यहां के लोगों को बेहतर इलाज के लिए महानगर का रूख नहीं करना पड़ेगा। कार्गो सेवा की शुरूआत होने से एनएच किनारे बड़े-बड़े गोदाम का निर्माण होगा। इधर, जहानाबाद के आमस से दरभंगा को जोड़ने वाली भारतमाला प्रोजेक्ट भी सदर प्रखंड क्षेत्र के रानीपुर स्थित एनएच से जुड़ेगी। इन दो प्रोजेक्ट के आने से पूरे रानीपुर पंचायत का कायाकल्प होगा।

कौड़ियों के भाव बिकने वाली जमीन के दाम छू रहे आसमान

करीब एक दशक पूर्व दिल्ली मोड़ और आसपास की जमीन कौड़ियों के दाम बिकती थी। यूं कहे तो इन जमीनों को खरीदार नहीं मिलते थे। इन एक दशक में जैसे-जैसे शहर का विकास होता गया, जमीन के दाम में उछाल आता गया। लेकिन, दरभंगा एयरपोर्ट के संचालन की कवायद शुरू होते ही जमीन के दाम आसमान छूने लगे। कौड़ियों की जमीन सोना उगलने लगी। स्थिति यह हो गई कि अब एनएच 57 किनारे जिस-किसी की भी जमीन है, वह उसे किसी भी कीमत पर नहीं बेचना चाहता। दिल्ली मोड़ से लेकर सकरी तक सड़क किनारे दोनों ओर की जमीनों की घेराबंदी जमीन के मालिकों ने करनी शुरू कर दी। कुछ जमीन मालिकों ने तो बड़े-बड़े गोदामों का निर्माण कर इसे गति प्रदान करनी भी शुरू कर दी है।

सिविल एनक्लेव के लिए 78 एकड़ जमीन का होना है अधिग्रहण

दरभंगा एयरपोर्ट के नए सिविल एनक्लेव के लिए 78 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होना है। इनमें 54 एकड़ में सिविल एनक्लेव का निर्माण किया जाएगा, जबकि शेष 24 एकड़ जमीन में रनवे का विस्तार किया जाएगा। इसे जिला प्रशासन की ओर से पूर्व में ही चिन्हित कर लिया गया है। सरकारी अमीन जमीन की मापी भी कर चुके है। केवल सरकार की हरी झंडी का इंतजार था। जो अब पूरा हो गया है। जानकार बताते हैं कि नया सिविल एनक्लेव महानगरों की तर्ज पर बनाया जाएगा। इंटरनेशनल एयरपोर्ट की तर्ज पर यहां सारी सुविधाएं होगी। बताया जाता हैं कि नए सिविल एनक्लेव जाने के लिए इंट्री और एक्जिट के अलग-अलग रास्ते होंगे। दिल्ली मोड़ से महज 500 मीटर की दूरी पर बने एक फ्लाईओवर के पास से नए टर्मिनल में प्रवेश के लिए इंट्री का रास्ता बनाया जाएगा। इसका सारा ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया गया है।

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