बाढ़ की त्रासदी का हाल बयां करतीं क्षतिग्रस्त सड़कें

बाढ़ की त्रासदी का हाल टूटी व क्षतिग्रस्त सड़कें बयां करती हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 04:09 AM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 04:09 AM (IST)
बाढ़ की त्रासदी का हाल बयां करतीं क्षतिग्रस्त सड़कें
बाढ़ की त्रासदी का हाल बयां करतीं क्षतिग्रस्त सड़कें

मुजफ्फरपुर : बाढ़ की त्रासदी का हाल टूटी व क्षतिग्रस्त सड़कें बयां करती हैं। कटरा प्रखंड की कोई सड़क ऐसी नहीं जिसपर बाढ़ की छाप नहीं पड़ी हो। कहीं सड़क टूटने से आवागमन बाधित हो गया तो कहीं दुर्गम सड़कें बन गईं। ग्रामीण सड़कों पर आवागमन बहाल करने के लिए स्थानीय स्तर पर ईट डालकर यातायात बहाल किया गया। लेकिन, मुख्य सड़कों की दशा खंडहर जैसी बनी हुई है।

बाढ़ की विभीषिका का शिकार सर्वाधिक ग्रामीण क्षेत्रों का मार्ग ही हुआ। बेनीबाद-कटरा मुख्य मार्ग में कई जगहों पर सड़क क्षतिग्रस्त हो गई। गंगेया हाईस्कूल के पास टूटी सड़क पर ग्रामीणों ने बिजली का आधा दर्जन खंभा बिछाकर आवागमन चालू किया है। नवादा स्कूल के पास क्षतिग्रस्त सड़क पर ईट का टुकड़ा डालकर यातायात चालू किया गया है। बकुची और बसघटृा की क्षतिग्रस्त सड़कों को भी आवागमन के लायक बनाया गया है। उधर, डुमरी-पहसौल मार्ग में दो स्थानों पर सड़कें टूट गई तथा पानी के बहाव से गड्ढा बन गया। यहां लंबे समय तक नाव परिचालन होता रहा। कुछ दिन पहले ईट के टुकडे़ डालकर चालू किया गया है। लेकिन, कहीं भी वाहन चलने लायक सड़क नहीं बनी।

बाढ़ के दौरान टापू बने माधोपुर जाने वाली कटरा-माधोपुर सड़क की दशा अत्यंत दयनीय बन गई है। सड़क के बीच बड़ा सा गड्ढा बन गया है जिसकी भराई निकट भविष्य में कठिन है। जबकि लगभग एक हजार की आबादी के लिए आवागमन का एकमात्र मार्ग है। इसी तरह दरगाह-सोनपुर मार्ग में दो जगहों पर सड़क क्षतिग्रस्त हो गई जिसमें ईंट डालकर आवागमन चालू किया गया है। दरगाह पेट्रोल पंप के बाद मुख्य सड़क में गड्ढे बने हुए हैं। वहीं दरगाह से धनौर रजबांध की सड़कें बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो गई जो यथावत हैं। बसघटृा बांध से खंगुरा जाने वाली सड़क कई जगह जर्जर हो गई है। डायवर्सन में अब भी पानी है जिसे पैदल पार करना होता है। इधर, ग्रामीणों का कहना है कि प्रखंड मुख्यालय जाने के मार्ग में कई बाधाएं हैं। वर्तमान में सिंघवारा-बेनीबाद के रास्ते जाना पड़ता है जिसमें दोगुनी से अधिक दूरी तय करनी पड़ती है। चुनाव की अधिसूचना जारी होने से मार्ग का निर्माण कार्य भी बाधित है। प्रखंड की 14 पंचायतें बागमती के पार हैं जहाँ अधिक परेशानी है। बीडीओ ने बताया कि जलस्तर कम होने के बाद सड़कों की मरम्मत कराई जाएगी। चुनाव में बूथ की सुरक्षा और व्यवस्था को ध्यान में रखकर मुख्य सड़कों को दुरुस्त किया जाएगा।

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