Muzaffarpur: एसकेएमसीएच में भर्ती ब्लैक फंगस मरीज के इलाज पर संकट, दवा खत्म
एसकेएमसीएच में एक बार फिर ब्लैक फंगस के भर्ती मरीज के इलाज पर संकट मंडराने लगा है। अगर दो दिन के अंदर दवा नहीं आई तो इलाजरत मरीज को पटना रेफर करना होगा। चिकित्सकों ने बताया कि तीनों मरीज की हालत में ऑपरेशन के बाद काफी सुधार हुआ है।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। एसकेएमसीएच में एक बार फिर ब्लैक फंगस के भर्ती मरीज के इलाज पर संकट मंडराने लगा है। अगर दो दिन के अंदर दवा नहीं आई तो इलाजरत मरीज को पटना रेफर करना होगा। जानकारी के अनुसार एसकेएमसीएच में भर्ती मरीजों का ऑपरेशन 26 से 28 मई के बीच हुआ था। इनलोगों के लिए जरूरी दवा एमफोटेरिशन बी की कुछ वायल पहले से मौजूद थी। इसके बाद सौ वायल और भेजे गए। ये वायल अब खत्म होने को हैं। तीनों मरीज के लिए 18 वायल इंजेक्शन की रोजाना जरूरत होती है। चिकित्सकों ने बताया कि तीनों मरीज की हालत में ऑपरेशन के बाद काफी सुधार हुआ है। यदि इन्हें दवा लगातार मिलती रही तो ये पूरी तरह स्वस्थ हो जाएंगे।
भर्ती ब्लैक फंगस के तीन मरीजों के लिए अब दो दिन की ही दवा उपलब्ध है। एसकेएमसीएच से मुख्यालय को दवा की भेजी गई मांग का भी कोई जवाब अबतक नहीं आया है। एसकेएमसीएच अधीक्षक डॉ. बीएस झा ने कहा कि ब्लैक फंगस के तीन मरीजों के लिए दो दिन की दवा उपलब्ध है। अगले दो दिन तक दवा का इंतजार किया जाएगा। इसके बाद कोई निर्णय लिया जाएगा। अगर दवा आई तो यहां इलाज होगा, वरना पटना आइजीएमएस रेफर कर दिया जाएगा।
कोरोना टीका का स्लाट बुकिंग बंद होने से परेशानी
सोमवार के लिए स्लॉट बुक कराने वाले युवाओं को तब निराशा हुई जब किसी भी केंद्र पर स्लॉट की बुङ्क्षकग नहीं हुई। 459 युवाओं को टीका दिया गया। एसकेएमसीएच में 70, सरैया पीएचसी में 30, पारू पीएचसी में 20, मुरौल पीएचसी में 30, मीनापुर पीएचसी में 30, कटरा पीएचसी में 59, गायघाट में 20, बोचहां में 30, बंदरा पीएचसी में 80 व औराई पीएचसी में 130 युवाओं को टीका पड़ा। अब युवाओं को इंतजार करना होगा।