Bihar news शिवहर जिले के गांवों में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए युवाओं में बढ़ा योग का क्रेज
Bihar News योग के जरिये इम्युनिटी मजबूत कर रहे गांव के युवा ग्रामीणों को भी कर रहे जागरूक तरियानी प्रखंड के माधोपुर गांव में युवाओं की टोली प्रतिदिन सुबह व शाम कर रही योगाभ्यास कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए गाइडलाइन का पालन जरूरी है।
शिवहर, जासं। कोरोना महामारी से बचाव के लिए अभी तक रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करना ही कारगर उपाय माना जा रहा है। ऐसे में लोग तरह-तरह के प्रयोग कर रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। इसी कोशिश में तरियानी प्रखंड के माधोपुर छाता गांव के युवा लगे हैं। गांव के युवा योग के माध्यम से खुद की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा रहे है।
वहीं ग्रामीणों को भी योगाभ्यास के लिए जागरूक कर रहे है। गांव के अमित कुमार, मनीष कुमार, संजय कुमार, हिमांशु शेखर, सुधांशु शेखर, अंकुर आनंद सहित बड़ी संख्या में युवा प्रतिदिन सुबह व शाम योगाभ्यास कर रहे हैं। इन युवाओं का योग प्रशिक्षण प्रतिदिन सुबह साढ़े पांच बजे से शुरू होता है। नित्य योगाभ्यास करने पहुंच रहे युवाओं के अनुसार कोरोना काल में अब योग उनकी दैनिक कर्म में शामिल हो गया है। जिससे उनके शरीर में दिनभर स्फूर्ति व मन में शांति बनी रहती है। अमित ने कहा आज की भागमभाग जिंदगी में योग, प्राणायाम व ध्यान बहुत आवश्यक है।
योग जीवन को मौजूदा समय में अदृश्य बीमारियों से बचाता है। बताया कि, कपालभाति एक प्रचलित प्राणायाम है। इस प्राणायाम को करने की प्रक्रिया में सांस लेते हैं और छोड़ते हैं। रोजाना करीब पांच मिनट तक भी इस प्रणायाम को करने से ही रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। वहीं अनुलोम-विलोम से सामान्य रूप से होने वाली सर्दी खांसी और जुकाम तक नहीं होती है।
दरअसल अनुलोम विलोम प्रणायाम को करने से श्वसन क्रिया बेहतर हो जाती है। इसके अलावा भस्त्रिका प्राणायाम के जरिए भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने से बचे रहेंगे। भस्त्रिका प्रणायाम को करने से शरीर की कोशिकाएं स्वस्थ बनी रहती हैं और श्वसन क्रिया से जुड़ी कोई भी बीमारी नहीं होगी। बताते चलें कि, जिले में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। रिकवरी रेट में वृद्धि के बावजूद संक्रमण की चुनौती बरकरार है। इन सबके बीच युवाओं में योग का क्रेज बढ़ा है।