मुजफ्फरपुर के मुरौल, शहर व छह प्रखंडों में मिशन मोड में कोरोना टीकाकरण
कांटी कुढऩी मड़वन मीनापुर मोतीपुर मुशहरी व नगर निगम इलाके में चलेगा टीकाकरण अभियान । सभी जगहों पर भेजी गई वैक्सीन आज से होगा टीकाकरण । जिला मुख्यालय के लिए 20 हजार अतिरिक्त डोज रखी गई है ।
मुजफ्फरपुर, जासं। मुरौल प्रखंड में विशेष अभियान के साथ छह अन्य प्रखंडों में मिशन मोड में टीकाकरण किया जाएगा। इसे गति देने के लिए 54,290 डोज का वितरण शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में कर दिया गया है। जिला मुख्यालय के लिए 20 हजार अतिरिक्त डोज रखी गई है।
जानकारी के अनुसार 8,180 डोज कोवैक्सीन जिले को दूसरी डोज के लिए मिल गई है। टीकाकरण के लिए कांटी को दो हजार, कुढऩी को पांच हजार, मड़वन को पांच हजार, मीनापुर चार हजार, मोतीपुर तीन हजार, मुशहरी को तीन हजार, एसकेएमसीएच को एक हजार, सदर अस्पताल को एक हजार तथा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को छह हजार डोज उपलब्ध कराई गई है। सिविल सर्जन डा.एसके चौधरी ने बताया कि समय पर सभी जगह वैक्सीन चली जाएगी। एक सप्ताह में मुरौल में पूरी तरह से टीकाकरण कर देना है। इसके लिए 39 टीमें लगाई गई हैं। नौ पंचायतों में चार-चार व आठ चलंत टीमें वहां काम करेंगी। टीका की कोई कमी नहीं है।
3,537 लोगों ने ली कोरोना की वैक्सीन
मुजफ्फरपुर : कारोना टीकाकरण अभियान के तहत जिले में गुरुवार को 3,537 लोगों ने कोरोना का टीका लगवाया। जानकारी के अनुसार 18 साल से 44 साल के उम्र के 1453 में पहली खुराक व 292 में दूसरी खुराक ली। 45 साल से 56 साल वाले ने 353 ने पहला व 911 को दूसरी खुराक व 60 साल से उपर वाले उम्र के लिए 109 ने पहली खुराक व 415 ने दूसरी खुराक ली। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा.एके पांडेय ने बताया कि समय पर सभी जगह पर वैक्सीन भेज दी गई थी।
शैलेंद्र कुमार वल्र्ड बुक आफ रिकार्ड लंदन से सम्मानित
साहेबगंज (मुजफ्फरपुर), संस : वल्र्ड बुक आफ रिकार्ड लंदन अवार्ड से प्रखंड अंतर्गत सुभानपुर निवासी शक्ति फूूड इंडस्ट्रीज के संस्थापक शैलेंद्र कुमार को सम्मानित किया गया है। यह सम्मान पाने वाले वे जिले के प्रथम व्यक्ति हैं। इन्हेंं यह अवार्ड कोविड 19 महामारी काल में विभिन्न तरह से बेहतर मानव सेवा कार्य करने पर दिया गया है। शैलेंद्र कुमार का कहना है कि हमारा धर्म और फर्ज है कि मानव की सेवा करें और हम सेवा करते रहेंगे। उनकी इस उपलब्धि पर साहेबगंज वासियों ने हर्ष व्यक्त किया है। बता दें कि शैलेंद्र कुमार ने शक्ति फूड इंडस्ट्रीज में कार्यरत लगभग तीन दर्जन कर्मियों को कोरोना काल में फैक्ट्री बंद रहने बावजूद उनकी मजदूरी का विधिवत भुगतान किया। उनके स्वजनों का ख्याल रखते हुए आॢथक मदद की।