कंटेनमेंट जोन के सभी लोगों की करें जांच, रिपोर्ट में नहीं हो देरी

कोरोना के बढ़ते संक्रमण और उस पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर डीएम प्रणव कुमार ने विभिन्न कोषांगों के वरीय पदाधिकारियों एवं नोडल अधिकारियों के साथ शनिवार को बैठक की।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Apr 2021 01:28 AM (IST) Updated:Sun, 25 Apr 2021 01:28 AM (IST)
कंटेनमेंट जोन के सभी लोगों की 
करें जांच, रिपोर्ट में नहीं हो देरी
कंटेनमेंट जोन के सभी लोगों की करें जांच, रिपोर्ट में नहीं हो देरी

मुजफ्फरपुर : कोरोना के बढ़ते संक्रमण और उस पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर डीएम प्रणव कुमार ने विभिन्न कोषांगों के वरीय पदाधिकारियों एवं नोडल अधिकारियों के साथ शनिवार को बैठक की। इसमें कोविड सैंपल एवं जांच, मरीज प्रबंधन, उपचार केंद्र एवं प्रबंधन, संसाधन प्रबंधन, एंबुलेंस एवं मरचुरी वाहन, नियंत्रण कक्ष/ टेलीमेडिसीन व कंटेनमेंट जोन कोषांग की समीक्षा की गई।

वरीय एवं नोडल अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे कोषांगों से संबंधित कार्यों का निष्पादन गंभीरता और समर्पण के साथ करें। बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर कोषांगों के कार्यों की गति में वृद्धि अपेक्षित है। इस संबंध में लापरवाही और कोताही पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने कंटेनमेंट जोन में सौ फीसद टेस्टिग का कार्य सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। कंटेनमेंट जोन को लेकर शिथिलता होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई। कोरोना सैंपल एवं जांच कोषांग के अधिकारियों से कहा गया कि आरटीपीसीआर जांच की रिपोर्ट आने में चार से पांच दिन लगना कार्य में शिथिलता है। निर्देश दिया कि आरटीपीसीआर जांच की रिपोर्ट में विलंब नहीं हो। जिले में 711 कंटेनमेंट जोन

कंटेनमेंट जोन के संबंध में केयर के जिला प्रतिनिधि सौरभ तिवारी ने बताया कि जिले में अब तक कुल 1410 कंटेनमेंट जोन बनाए गए। इसमें फिलहाल 711 कंटेनमेंट जोन एक्टिव हैं। इसमें 411 ग्रामीण और 300 शहरी क्षेत्र में है। 328 ग्रामीण एवं 371 शहरी क्षेत्र के कंटेनमेंट जोन को डिनोटिफाइड किया है।

डीएम ने निर्देश दिया कि पॉजिटिव मरीजों का जिला नियंत्रण कक्ष एवं टेलीमेडिसीन कोषांग के द्वारा सौ फीसद फॉलोअप हो। प्रत्येक पीएचसी के द्वारा भी पॉजिटिव मरीजों का नियमित फॉलोअप करना सुनिश्चित करें। आशा के द्वारा भी मरीजों का फॉलोअप कराना सुनिश्चित किया जाय। पॉजिटिव पाए गए मरीजों को मेडिसीन किट की उपलब्धता में कोताही नहीं बरती जाए। निजी अस्पतालों पर निगरानी रखने का भी निर्देश दिया गया। निजी अस्पतालों में उपचारित मरीजों की संख्या, मृतकों की संख्या डिस्चार्ज मरीजों की संख्या, मृतकों की संख्या, कोविड प्रोटोकॉल के अनुरूप इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित हो। इन बिदुओं के आलोक में सतत निगरानी को भी कहा गया।

अल्पसंख्यक छात्रावास में सौ के बाद दो सौ बेड की होगी व्यवस्था

ग्लोकल अस्पताल की अपडेट स्थिति के संबंध मे डॉ. सीके दास ने विस्तृत जानकारी दी गई। बताया कि निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत रोगियों का इलाज चल रहा है। उनके लिए खाना और और पानी की मुकम्मल व्यवस्था भी की गई है। उन्होंने बताया कि आवश्यक दवाओं एवं उपकरणों की उपलब्धता संतोषजनक है। बताया कि अल्पसंख्यक छात्रावास में तैयारी अंतिम चरण में है। वहां फिलहाल 100 बेड की व्यवस्था की जा रही है। इसे आगे आने वाले दिनों में 200 तक बढ़ाया जा सकता है।

शीघ्र शुरू हो कोविड ओपीडी

जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन डॉ. एसके चौधरी को निर्देश दिया कि कोविड ओपीडी सेवा शीघ्र शुरू की जाए। बैठक में डीडीसी डॉ. सुनील कुमार झा, सहायक समाहर्ता श्रेष्ठ अनुपम, अपर समाहर्ता अशोक कुमार सिंह, एडीएम राजेश कुमार, अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन डॉ. अजय कुमार समेत सभी कोषांगों के वरीय पदाधिकारी एवं नोडल अधिकारी मौजूद थे।

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