डीएमसीएच में कोरोना संक्रमित युवक की शौचालय में मौत, स्वजनों ने अस्पताल को सिर पर उठाया

आइसोलेशन वार्ड में तोडफ़ोड़ की। सीसी कैमरे को तोड़ा। भवन में लगे शीशे को फोड़ दिया। कुर्सी-टेबल फेंक दिया। चिकित्सक और कर्मी भागने लगे। तीन घंटे तक हंगामा जारी रहा। उत्तर बिहार में कोरोना से तीन लोगों की मौत।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 08:48 AM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 08:48 AM (IST)
डीएमसीएच में कोरोना संक्रमित युवक की शौचालय में मौत, स्वजनों ने अस्पताल को सिर पर उठाया
डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने कहा कि प्राथमिकी दर्ज कर दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा।

मुजफ्फरपुर, जासं। उत्तर बिहार में रविवार को कोरोना से तीन लोगों की मौत हो गई। इससे हड़कंप मच गया। दरभंगा के डीएमसीएच में स्वजनों ने काफी देर तक हंगामा और तोडफ़ोड़ की। पश्चिम चंपारण के बेतिया राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती अधेड़ की इलाज के दौरान मौत हो गई। जिले में इस साल यह पहली मौत है।

समस्तीपुर के पटोरी प्रखंड के दक्षिणी धमौन के एक युवक की मौत हो गई। उसे समस्तीपुर सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया था। रास्ते में मौत हो गई। वह कई दिनों से बीमार था। दो दर्जन लोगों से भी अधिक के संपर्क में आया था। शव को लोग घर पर ले गए थे। सूचना के बाद पटोरी बीडीओ डॉ. नवकंज कुमार और चिकित्सा प्रभारी डॉ. अमिताभ रंजन ने उसके घर पर एंबुलेंस से सामग्री भेजी। साथ ही अंतिम संस्कार करवाया।

दरभंगा के दरभंगा मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती एक युवक की मौत हो गई। नाराज स्वजनों ने जमकर हंगामा किया। आइसोलेशन वार्ड में तोडफ़ोड़ की। सीसी कैमरे को तोड़ा। भवन में लगे शीशे को फोड़ दिया। कुर्सी-टेबल फेंक दिया। चिकित्सक और कर्मी भागने लगे। तीन घंटे तक हंगामा जारी रहा। बाद में सदर एसडीओ राकेश कुमार गुप्ता के नेतृत्व में पहुंची पुलिस ने शांत कराया। डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने कहा कि प्राथमिकी दर्ज कर दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा। बताया गया कि युवक को गंभीर स्थिति में शनिवार को भर्ती कराया गया। गाइड लाइन के तहत स्वजनों को बाहर कर दिया गया। रविवार को पिता नाश्ता लेकर पहुंचे। एक सफाई कर्मी ने बताया कि युवक शौचालय में गिरा है। पिता शौचालय में पुत्र का शव देखकर चिल्लाने लगे। शव को खींचकर बाहर निकाला। चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाने लगे। कई लोग पहुंचे और तोडफ़ोड़ करने लगे। पिता ने व्यवस्था पर सवाल उठाया। कहा कि भर्ती करने के लिए एंबुलेंस की मांग की गई, लेकिन नहीं मिली। पुत्र पैदल जाकर भर्ती हुआ था। बताया गया कि हंगामे के दौरान डीएमसीएच अधीक्षक डॉ. मणि भूषण शर्मा आइसोलेशन वार्ड में थे।

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