AES in Muzaffarpur: एसकेएमसीएच में भर्ती एक मरीज में एईएस की पुष्टि, दो बच्चों का चल रहा इलाज
इस वर्ष एसकेएमसीएच में अबतक 31 बच्चों में एईएस की पुष्टि हुई जिसमें से सात की मृत्यु इलाज के दौरान हो गई। 20 बच्चे स्वस्थ होकर घर गए। एईएस पीडि़त दो बच्चों का इलाज चल रहा है। डा.सहनी ने कहा कि इलाजरत बच्चे के स्वास्थ्य में सुधार है।
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। एसकेएमसीएच में चमकी बुखार के लक्षण से भर्ती गोबरसही के साढ़े चार वर्षीय अभि कुमार में बुधवार को एईएस की पुष्टि की गई। एसकेएमसीएच उपाधीक्षक सह शिशु रोग विभागाध्यक्ष डा. गोपाल शंकर सहनी ने बताया कि इलाजरत अभि के एईएस से पीडि़त होने की पुष्टि हुई है। बच्चा हाइपोग्लेसेमिया से पीडि़त है। बच्चे का ब्लड सुगर काफी कम था। उसे पीकू वार्ड में भर्ती कर स्वास्थ्य विभाग के प्रोटोकॉल के अनुसार इलाज चल रहा है। अबतक 31 बच्चों में एईएस की पुष्टि हुई जिसमें से सात की मृत्यु इलाज के दौरान हो गई। 20 बच्चे स्वस्थ होकर घर गए। एईएस पीडि़त दो बच्चों का इलाज चल रहा है। अभि के स्वजनों ने बताया कि उसे चमकी-बुखार से पीडि़त होने पर सोमवार की शाम सात बजे के करीब एसकेएमसीएच के पीकू में भर्ती कराया गया। इससे पहले तबीयत खराब होने पर निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। अचानक तबीयत बिगडऩेे पर उसे एसकेएमसीएच ले गए। डा.सहनी ने कहा कि इलाजरत बच्चे के स्वास्थ्य में सुधार है।
एसकेएमसीएच में ओपीडी शुरू, टीकाकरणस्थल में परिवर्तन
कोरोना की दूसरी लहर के कारण एसकेएमसीएच की बंद ओपीडी सेवा बहाल कर दी गई। अब नियमित ओपीडी सेवा में मरीजों का इलाज होगा। बुधवार को ओपीडी शुरू होने के बाद चिकित्सकों ने 430 मरीजों का इलाज किया। संक्रमण को देखते हुए अभी जनरल सर्जरी शुरू नहीं की गई, सिर्फ इमरजेंसी सर्जरी ही की जा रही है। वैसे मरीज से जिन्हें सर्जरी की जरूरत है, पर इमरजेंसी नहीं है। इन सर्जरी को कुछ समय के लिए टाला जा सकता है। अस्पताल अधीक्षक डा.बीएस झा ने बताया कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए इलाज किया जाएगा। पहले दिन 430 मरीज का इलाज किया गया। आमलोगों से कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए अस्पताल आने का आग्रह किया। कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है, इसलिए सजगता जरूरी है।
बदला टीकाकरण स्थल
एसकेएमसीएच में ओपीडी शुरू करने से पूर्व वैक्सीनेशन का स्थल बदल दिया गया। अब एसकेएमसीएच कॉलेज के एम्यू हॉल में वैक्सीनेशन की जा रही है। प्राचार्य डा विकास कुमार ने बताया कि अस्पताल परिसर में नियमित टीकाकरण अभियान चलता रहेगा।