Darbhanga: चालीस साल में नहीं बदली सूरत, एएनएम के भरोसे 16 हजार लोग का जीवन
Darbhanga News भवन क्षतिग्रस्त होने के बाद पंचायत भवन में संचालित हो रहा सज्जनपुरा का उप स्वास्थ्य केंद्र पंचायत के सभी गांवों के मरीजों के इलाज के लिए एक मात्र एएनएम की है तैनाती। ग्रामीणों बोले-पहले आ जाते थे डॉक्टर पिछले 25 वर्षों से स्वास्थ्य केंद्र में नहीं आते डॉक्टर।
दरभंगा, जागरण संवाददाता। बेनीपुर प्रखंड की सज्जनपुरा पंचायत की सोलह हजार की आबादी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए पिछले चालीस साल से टकटकी लगाए हुए है। लेकिन चालीस साल बाद भी यहां की प्रारंभिक स्वास्थ्य व्यवस्था ठीक नहीं की जा सकी है। बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के सरकारी दावों के बीच लोग इलाज के लिए दस किलोमीटर की दूरी तय कर बेनीपुर अनुमंडलीय अस्पताल या बहेड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को जाने के लिए मजबूर हैं।
एक एएनएम के भरोसे ही जीवन रक्षा का काम
स्थानीय लोग बताते हैं- सालों पहले स्थापित उप स्वास्थ्य केंद्र में सुविधा बढ़ाने की बात तो दूर इसका अपना भवन क्षतिग्रस्त हो गया। उसकी मरम्मत नहीं हुई। फिलहाल पंचायत भवन में चलता है। पिछले 40 से लोगों की चिकित्सा व्यवस्था एक नर्स के सहारे है। ग्रामीण शशि कुमार सिंह, लालन प्रसाद सिंह, सूरज पासवान, सीताराम पासवान कहते हैं- पहले एक एमबीबीएस डॉक्टर यहां आते थे। लेकिन 25 वर्षों से यहां कोई चिकित्सक नहीं आता है। नहीं दवा की ही उपलब्धता बेहतर तरीके से हो पाती है। समस्या को लेकर कई बार सांसद व स्थानीय विधायक का दरवाजा खटखटाया। लेकिन, नतीजा शून्य रहा।
सर्दी, खांसी और बुखार की ही दवा उपलब्ध
उप स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्था देख रहीं एएनएम रामा साहु ने बताया कि जो दवा मिलती है उसे मरीजों को दिया जाता। यहां पर सर्दी, बुखार व खांसी की दवा आ रही है। गंभीर मरीजों को चिकित्सक के नहीं रहने के कारण बेनीपुर अनुमंडलीय अस्पताल या बहेड़ा पीएचसी भेज दिया जाता है।
बोले मुखिया : उपेक्षित हैं पंचायत के लोग
पंचायत के मुखिया अंजना कुमार यादव ने बताया कि मुख्यालय से ज्यादा दूरी होने के कारण पंचायत के लोग घोर उपेक्षा के शिकार हो रहे हैं। पंचायत के अधीन टैंगराही में उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण हुआ। लेकिन, आधा-अधूरा। उसमें अबतक खिड़कियां भी नहीं लग सकी हैं।
इस बारे में बहेड़ा पीएचसी प्रभारी डॉ. अमरनाथ झा ने कहा कि सज्जनपुरा उप स्वास्थ्य केंद्र का भवन क्षतिग्रस्त है। इस कारण से फिलहाल उसका संचालन बगल के पंचायत भवन में किया जा रहा है। वहां के लिए चिकित्सक का पद सृजित नहीं है। भवन की मरम्मत कराने की दिशा में काम चल रहा है।