बीआरए बिहार विवि के कुलपति व अन्य के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में परिवाद

यह परिवाद काजीमोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के सराय सैयद लेन टेक्नीकल चौक नया टोला के अनिल कुमार सिंह ने दाखिल किया है। सीजेएम ने परिवाद को सुनवाई पर रखा है। इसके लिए 30 जुलाई की तारीख मुकर्रर की गई है।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 11:48 AM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 11:48 AM (IST)
बीआरए बिहार विवि के कुलपति व अन्य के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में परिवाद
आरोप लगाया कि प्रतिमा स्थापित करने की स्वीकृति सिंडिकेट व सीनेट से नहीं ली गई।

मुजफ्फरपुर, जासं। बीआरए बिहार विवि के कुलपति हनुमान प्रसाद पांडेय, कुलसचिव रामकृष्ण ठाकुर व गणित विभागाध्यक्ष अमिता शर्मा के विरुद्ध सीजेएम कोर्ट में परिवाद दाखिल किया गया है। यह परिवाद काजीमोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के सराय सैयद लेन टेक्नीकल चौक नया टोला के अनिल कुमार सिंह ने दाखिल किया है। सीजेएम ने परिवाद को सुनवाई पर रखा है। इसके लिए 30 जुलाई की तारीख मुकर्रर की गई है। 

पूर्व विभागाध्यक्ष की प्रतिमा स्थापना का विरोध : परिवाद में सिंह ने कहा है कि गणित विभाग के पूर्व अध्यक्ष डा. कुमार गणेश की प्रतिमा अनावरण को स्थगित करने का निर्देश संबंधी पत्र आरोपितों को सौंपा। पत्र के सौंपते ही आरोपितों ने उनके साथ दुव्र्यवहार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रतिमा स्थापित करने की स्वीकृति सिंडिकेट व सीनेट से नहीं ली गई। उनकी प्रतिमा स्थापित किए जाने का कोई ठोस आधार भी नहीं था। अब तक किसी विभागाध्यक्ष की प्रतिमा स्थापित नहीं की गई है। आरोप लगाया है कि सभी आरोपितों ने एक राय होकर साजिश के तहत सरकारी राशि का दुरुपयोग करने व पूर्व के विभागाध्यक्षों और अन्य बेहतर कार्य करने वाले प्राध्यापकों की छवि धूमिल करने की साजिश रची है।

बालश्रम पर दुकानदार को 20 हजार जुर्माना

जासं, मुजफ्फरपुर : श्रम संसाधन विभाग के धावा दल ने शनिवार को बोचहां प्रखंड के गरहां स्थित माही रेस्टोरेंट एवं ढाबा में छापेमारी कर बाल मजदूर को मुक्त कराया। टीम ने दुकानदार शशि कुमार राय को 20 हजार रुपये जुर्माना किया। दुकानदार के खिलाफ अहियापुर थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है। बोचहां के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी नीतीश कुमार के नेतृत्व में विभेश सिंह, सोनू कुमार, अरविंद कुमार की टीम ने छापेमारी की। यहां 14 वर्ष से कम उम्र का बच्चा दीनहीन हालत में काम करते मिला। बच्चे को मुक्त करा कर उसे परिजनों तक पहुंचाने की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई। श्रम अधीक्षक रणवीर रंजन ने कहा कि बाल श्रम के खिलाफ लगातार अभियान चलेगा।  

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