Bihar politics : अगले साल बाढ़ से पूर्व जल प्लावन से मुक्त होगा कुशेश्वरस्थान, सीएम नीतीश ने विपक्ष पर साधा निशाना

Bihar politics मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुशेश्वरस्थान में आयोजित चुनावी सभा में विपक्ष रहा न‍िशाने पर कहा- जरा उनसे पूछिए - आपके गांव तक सड़क गई या नहीं हमें अवसर मिला तो सेवा की उनके जमाने तो लोग मजबूर हुए बिहार छोडऩे पर।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 04:29 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 06:52 PM (IST)
Bihar politics : अगले साल बाढ़ से पूर्व जल प्लावन से मुक्त होगा कुशेश्वरस्थान, सीएम नीतीश ने विपक्ष पर साधा निशाना
कुशेश्वरस्थान के मसान खोन में चुनावी सभा कौो संबोधित करते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार। जागरण

दरभंगा, जासं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अगले साल बाढ़ आने से पूर्व कुशेश्वरस्थान जलप्लावन की समस्या से मुक्त हो जाएगा। कोसी नदी के पश्चिमी किनारे पर तटबंध निर्माण का काम शीघ्र होगा। जरा पूछिए उनसे वोट मांगने आते हैं, इसे क्यों छोड़ दिया। ताकि, सारा पानी यहीं चला आए। इस इलाके में जितना पानी है, बिहार में कहीं नहीं है। कमला नदी के दाया और करेह के बायां तटबंध का काम लगभग पूरा होने की ओर है। इसे चार किमी आगे बढ़ाया जा रहा है। तीनों नदियों के पानी को नियंत्रित करने के लिए तटबंध निर्माण के बाद एंटी फ्लड स्लूस गेट लगाया जाएगा। रिवर के पानी के रिवर में लाया जाएगा। समस्तीपुर जिले की सुरक्षा के लिए भी तटबंध बनाया जाएगा।

वे मंगलवार को कुशेश्वरस्थान विस क्षेत्र के ग्यासपुर खेल मैदान में एनडीए समर्थित जदयू प्रत्याशी अमन भूषण हजारी के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। सीएम ने कहा- हम तो हमेशा आते हैं। एरियल सर्वे किया। यहां की हर स्थिति से वाकिफ रहे। जल प्लावन की समस्या को समाप्त करने के लिए चुनाव से पहले ही योजना बनाई गई। काम चल रहा है। हम तो आज चुनाव में आए हैं। इससे पहले भी आए थे। कुशेश्वरस्थान की समस्या का जल्द अंत होगा।

विपक्ष पर कटाक्ष

हमें सेवा का अवसर मिला तो काम किया। उन्हें जब अवसर मिला तो क्या किया। जरा पूछिए, उनके जमाने में किसी के लिए काम नहीं हुआ। शाम होने पर लोग घरों में दुबक जाते थे। महिलाओं में डर था। आज 1.26 करोड़ महिलाएं जीविका से जुड़ चुकी हैं। उनकी सरकार में न सिर्फ महिलाएं डरती थीं, बल्कि व्यवसायी, चिकित्सक और उद्योगपति बिहार छोडऩे पर मजबूर थे। ये लोग क्या काम करते थे। जब हमलोग आए तो एक-एक कर काम शुरू कर दिया।

सेवा ही हमारा धर्म

भीड़ से कहा- यूं तो चुनाव में कई पार्टियां खड़ी होती हैं। सभी अपनी-अपनी बात कहती हैं। कभी पूछिए- क्या किया है आपने। ये बगल में सड़क है, पहले थी जी। क्या हालत थी पहले। लोग वोट लेने आते हैं तो पूछिएगा आपने क्या किया? आपने जब हमें अवसर दिया तो काम किया। लोगों की सेवा करना हमारा धर्म है। हम तो सबके लिए काम करते। कोई वोट नहीं देता है तो उसके लिए भी। कोई अनाप-शनाप बोलता है तो उनसे पूछिए- तुम्हारे गांव में सड़क गई। शिक्षा, स्वास्थ्य व अन्य सुविधाएं मिल रही हैं। आज वो महिलाओं की बात करते हैं। जब 2000 में चुनाव कराया तो क्या किया। हमें मौका मिला तो पंचायत चुनाव में पचास प्रतिशत आरक्षण देकर उन्हें उनका अधिकार दिया। पहले एक-दो महिला प्रतिनिधि दिखती थी। पंचायत और नगर निकाय में आज महिलाएं हैं। बिहार पुलिस में महिलाएं हैं। बिहार पुलिस में जितनी महिलाएं हैं, उतनी देश में कहीं नहीं।

यह आरक्षित क्षेत्र है अनुसूचित जाति, जनजाति अल्पसंख्यक परिवार के सबसे ज्यादा बच्चे स्कूल से बाहर थे। अब तो नई टेक्नालाजी आ गई है। सब नया-नया हो रहा है। हम आग्रह करेंगे कि नई स्थिति में पुरानी बातों को डाल दीजिए और समीक्षा कर लीजिए।

इन्होंने किया संबोधित

सभा को पूर्व उप मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी, जल संसाधन सह सूचना जनसंपर्क विभाग मंत्री संजय कुमार झा, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, मत्स्य व पशु संसाधन मंत्री मुकेश सहनी, श्रम संसाधन मंत्री जीवेश मिश्र, मंत्री लेसी स‍िंह, शीला मंडल, दरभंगा सांसद गोपालजी ठाकुर, सुपौल सांसद दिनेश्वर कामत, राज्यसभा सदस्य रामनाथ ठाकुर, दरभंगा विधायक संजय सरावगी, केवटी डा. मुरारी मोहन झा, हायाघाट के रामचंद्र प्रसाद, केवटी के डा. मुरारी मोहन झा, बेनीपुर के विधायक सह जिलाध्यक्ष विनय कुमार चौधरी, गौड़ाबौराम की विधायक स्वर्णा स‍िंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी, विधान परिषद सदस्य भीष्म सहनी, अर्जुन सहनी आदि ने भी संबोधित किया।

chat bot
आपका साथी