CM Nitish Kumar सात दिसंबर को आएंगे मुजफ्फरपुर, जानें उनके कार्यक्रम

विधायक मुसाफिर पासवान का नई दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में हो गया था निधन। बोचहां से वे दो बार विधायक निर्वाचित हुए थे मुसाफिर पासवान। मुख्यमंत्री हेलीकाप्टर से यहां आएंगे। अभी तक किसी भी राजनीतिक आयोजन की सूचना नहीं है।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 09:12 AM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 09:12 AM (IST)
CM Nitish Kumar सात दिसंबर को आएंगे मुजफ्फरपुर, जानें उनके कार्यक्रम
दिवंगत विधायक मुसाफिर पासवान के श्राद्धकर्म में शामिल होंगे सीएम नीतीश। फाइल फोटो

मुजफ्फरपुर, जासं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सात दिसंबर को यहां आएंगे। वे बोचहां के दिवंगत विधायक मुसाफिर पासवान के श्राद्धकर्म में शामिल होंगे। इसे लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। मालूम हो कि विधायक मुसाफिर पासवान का नई दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में हो गया था। बोचहां से वे दो बार विधायक निर्वाचित हुए थे। मुख्यमंत्री हेलीकाप्टर से यहां आएंगे।  

28 शहीदों के स्मारक स्थल को विकसित करने का मामला पहुंचा विधानसभा

मड़वन (मुजफ्फरपुर), संस : बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान शून्यकाल में विधायक ईसराइल मंसूरी ने प्रखंड के बड़कागांव में अवस्थित तिरहुत के 28 शहीदों के स्मारक स्थल को विकसित कर संग्रहालय निर्माण करने की मांग की। इस दौरान उन्होंने बड़कागांव के शहीदों के सम्मान व क्षेत्र के साथ प्रदेश का गौरव बढ़ाने के लिए इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की मांग भी की। बताते चलें कि 1857 की पहली क्रांति में तिरहुत के 28 शहीदों को अंग्रेजी सरकार ने कालापानी की सजा देकर अंडमान निकोबार भेज दिया था व उनकी कुल संपत्ति को जब्त कर लिया था। विधायक ने बताया कि हमारे क्षेत्र ही नहीं, पूरे बिहार के लिए गौरव की धरती है बड़कागांव। इसे सहेजने और शहीद स्थल को विकसित करने की दिशा में सरकार को पहल करनी चाहिए। हम इसके लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगे। इससे पहले यह मामला ग्रामीणों के माध्यम से मुख्यमंत्री जनता दरबार में भी पहुंचा था।

दस अपर लोक अभियोजकों से स्पष्टीकरण

जासं, मुजफ्फरपुर : सत्र न्यायालयों में लंबित व निष्पादित कांडों को लेकर संतोषजनक कार्य नहीं करने वाले दस अपर लोक अभियोजकों (एपीपी) से स्पष्टीकरण पूछा गया है। यह स्पष्टीकरण अभियोजन विभाग के निदेशक सुधीर कुमार ने पूछा है। सभी को एक सप्ताह के अंदर अपना जबाव देना है। सत्र न्यायालयों में जनवरी से जुलाई तक लंबित व निष्पादित कांडों की निदेशक अभियोजन ने समीक्षा की। इस समीक्षा के दौरान यह दस अपर लोक अभियोजकों का कार्य संतोषजनक नहीं पाया गया।

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