जमकर बरसे बादल, अभी बारिश से निजात के आसार नहीं

मौसम तथा आपदा प्रबंधन विभाग ने सोमवार को भी मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार के कई जिलों में बारिश और वज्रपात की संभावना व्यक्त की है। बारिश के चलते बाढ़ और जलजमाव की संभावित परेशानी को लेकर डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह के निर्देश पर जिले के तमाम विभागों के अधिकारी अलर्ट हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 Jul 2020 02:10 AM (IST) Updated:Mon, 13 Jul 2020 06:10 AM (IST)
जमकर बरसे बादल, अभी बारिश से निजात के आसार नहीं
जमकर बरसे बादल, अभी बारिश से निजात के आसार नहीं

मुजफ्फरपुर। मौसम तथा आपदा प्रबंधन विभाग ने सोमवार को भी मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार के कई जिलों में बारिश और वज्रपात की संभावना व्यक्त की है। बारिश के चलते बाढ़ और जलजमाव की संभावित परेशानी को लेकर डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह के निर्देश पर जिले के तमाम विभागों के अधिकारी अलर्ट हैं। इधर, रविवार को भी इलाके में बारिश हुई। बीते एक दिन में जिले में कुल 15.3 मिमी बारिश रिकार्ड किया गया। रविवार का अधिकतम औसत तापमान 31.5 व न्यूनतम औसत तापमान 22.5 डिग्री रहा। पूरे दिन बादल छाए रहे। तेज हवाएं बहती रही।

कुढ़नी, मडवन, सरैया और पारू का इलाका सूखा

जिले में पिछले 24 घंटे के भीतर औसतन 15.3 मिमी बारिश रिकार्ड किया गया। इस दौरान कुढ़नी, मड़वन, सरैया और पारू का इलाका सूखा रहा। जबकि, मीनापुर प्रखंड में सर्वाधिक 47.0 मिमी और सकरा में सबसे कम 5.2 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। औराई में 26.4 मिमी, बंदरा में 12.2, बोचहां में 12.6, कांटी में 15.2, कटरा में 24.4, गायघाट में 29.8, मोतीपुर में 26.4, मुरौल में 5.8, मुशहरी में 15.6 व साहेबगंज में 24.6 मिमी बारिश रिकार्ड किया गया। बताते चलें कि इलाके में पुर्नवसु नक्षत्र के आठ दिनों में122.6 एमएम बारिश हो चुकी है। वैसे इस माह अबतक 12 दिनों के भीतर जिले में 152.6 मिमी बारिश हो चुकी है।

किसानों पर आफत, निचले इलाकों में फसलें डूबीं : इलाके में लगातार जारी बारिश अब किसानों पर आफत बन कर फसलों में लगी उम्मीद पर पानी फेर रही है। बारिश अब निचले इलाकों में लगी धान की पौधों तथा सब्जियों के लिए कातिल बनने लगी है। 12 दिनों के भीतर 152.6 मिमी बारिश के बाद औराई, कटरा व गायघाट के इलाकों में लगी सब्जी की फसल पानी में डूब गई है। वहीं निचले इलाके में लगी धान के पौधे भी डूब गए हालांकि ऊंचे इलाकों में लगे धान के पौधों के लिए यह बारिश लाभकारी जरूर है। औराई के किसान रमेश ठाकुर व सुमन ठाकुर के अनुसार अत्यधिक बारिश और बाढ़ के पानी में फसलें डूब गई हैं। किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। मनोहर सिंह व रणधीर सिंह कहते हैं कि अब किसानों को दोबारा रोपनी करनी होगी। उधर, मीनापुर, कटरा और साहेबगंज में सब्जी की फसल बारिश की भेंट चढ़ गई। भिडी, लौकी, नेनुआ, करैला, बैगन, परवल की फसल बर्बाद होने से किसानों में मायूसी है। जबकि, इसका असर अब सब्जी की कीमत पर पड़ता दिख रहा है। सब्जी की कीमतें लगातार बढ़ रही है। उधर, मौसम विभाग ने अभी और अधिक बारिश की संभावना व्यक्त की है। ऐसे में किसानों के लिए आने वाला वक्त आसान नहीं होगा। बताते चलें कि जिले में 1.86 लाख हेक्टेयर में धान और 0. 96 लाख हेक्टेयर में सब्जी की खेती होती है। अब तक 75 फीसद धान की रोपनी हो चुकी है।

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