तस्करी कर ले जाई जा रही 89.43 लाख की सिगरेट जब्त, मुजफ्फरपुर DRI की टीम ने कंटेनर पकड़ा

Muzaffarpur Crime सिगरेट ले जा रहे कंटेनर का चालक व खलासी गिरफ्तार दोनों राजस्थान के रहने वाले पूर्वी चंपारण जिला के चकिया टोल प्लाजा के पास मुजफ्फरपुर डीआरआइ की टीम ने कंटेनर पकड़ा कंटेनर के तहखाना में छिपाकर गुवाहाटी से कानपुर ले जाई जा रही थी सिगरेट

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 10:18 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 10:18 PM (IST)
तस्करी कर ले जाई जा रही 89.43 लाख की सिगरेट जब्त, मुजफ्फरपुर DRI की टीम ने कंटेनर पकड़ा
मुजफ्फरपुर डीआरआइ की टीम ने जब्त क‍िया विदेशी सिगरेट।

मुजफ्फरपुर, जासं। पूर्वी चंपारण के चकिया टोल प्लाजा के पास राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआइ) के अधिकारियों ने एक ट्रक के कंटेनर से 89.43 लाख रुपये की विदेशी सिगरेट जब्त की है। इस दौरान दो तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है। इसमें एक कंटेनर का चालक व दूसरा खलासी है। दोनों राजस्थान के रहने वाले हैं। इनके नाम व पते का सत्यापन किया जा रहा है।

म्यांमार सीमा के रास्ते तस्करी कर सिगरेट गुवाहाटी लाई गई थी। कंटेनर के अंदर एक तहखाना बनाकर उसी में इसे छिपाकर लाया गया था। किसी को शक न हो इसलिए उसके ऊपर कुरियर का समान रखा गया था। नागालैंड में रजिस्टर्ड कंटेनर से तस्करी की सिगरेट गुवाहाटी से कानपुर ले जाई जा रही थी। इन बाक्सों में कुल तीन लाख 71 हजार 400 सिगरेट की स्टिक थीं। ये चीन, कोरिया व इंडोनेशिया निर्मित हैैं। सभी काफी महंगे ब्रांड की हैैं।

डीआरआइ अधिकारी ने बताया कि चालक व खलासी के पास से मोबाइल व अन्य सामान जब्त किया गया है। सिगरेट तस्करों के संबंध में अहम सुराग मिले हैैं। इसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

कुरियर का सामान लाद दिया जा रहा था झांसा 

डीआरआइ को गुप्त सूचना मिली थी कि गुवाहाटी से तस्करी कर भारी मात्रा में विदेशी सिगरेट कंटेनर से कानपुर ले जाई जा रही है। इस पर डीआरआइ की टीम गठित की गई। इसमें शामिल सभी अधिकारी सादे लिबास में चकिया टोल प्लाजा के पास पहुंचे। कंटेनर के वहां पहुंचने पर रोका गया तो जांच के दौरान चालक ने कुरियर का सामान लदा होने का झांसा दिया। इसके कागजात भी दिखाए, लेेकिन सूचना सटीक होने पर कंटेनर की बारीकी से जांच की गई। उसमें तहखाना मिला। इसकी जब तलाशी ली गई तो उसमें विदेशी सिगरेट मिलीं। चालक व खलासी ने बताया कि सिगरेट को कानपुर तक पहुंचाने के लिए 20-20 हजार रुपये देने का प्रलोभन दिया गया था। पांच-पांच हजार रुपये एडवांस दिए गए थे। बाकी काम पूरा होने के बाद दिए जाने का आश्वासन मिला था।

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