सीआइडी ने शुरू की जज से मारपीट मामले की जांच, चार सदस्यीय टीम पहुंची मधुबनी के झंझारपुर
Madhubani newsटीम में सीआइडी के एसपी एएसपी व दो इंस्पेक्टर शामिल साथ में फारेंसिक की छह सदस्यीय टीम भी सीआइडी की टीम ने पहुंचते ही कोर्ट कर्मियों व अधिवक्ताओं का लिया बयान पुलिस कर्मियों से भी हुई पूछताछ।
झंझारपुर (मधुबनी), जासं। झंझारपुर कोर्ट परिसर में एडीजे अविनाश कुमार प्रथम के साथ कथित मारपीट की घटना की जांच करने सीआइडी की चार सदस्यीय टीम शनिवार को झंझारपुर पहुंची। एसपी शैलेश सिन्हा के नेतृत्व में पहुंची टीम में एएसपी राजेश कुमार, इंस्पेक्टर धर्मेंद्र कुमार एवं अनिरुद्ध प्रसाद शामिल हैं। उनके साथ पटना व मुजफ्फरपुर फारेंसिक टीम के छह सदस्य भी मोबाइल वैन के साथ पहुंचे हैं। सीआइडी की टीम पहुंचते ही सीधे व्यवहार न्यायालय में दाखिल हुई और कोर्ट कर्मियों व अधिवक्ताओं से पूछताछ की। इसके बाद पुलिस कर्मियों से पूछताछ करने टीम झंझारपुर थाना पहुंची।
टीम के पहुंचते ही बंद हो गए न्यायालय के दरवाजे
सीआइडी की टीम करीब साढ़े दस बजे झंझारपुर पहुंची और सीधे व्यवहार न्यायालय में दाखिल हुई। टीम के दाखिल होने के बाद न्यायालय के दोनों प्रवेश द्वार को बंद कर दिया गया। एक बंद कमरे में एसपी शैलेश सिंहा व एएसपी राजेश कुमार ने अधिवक्ता अरुण कुमार झा, बलराम साहु, लक्ष्मेश्वर सिंह, सुरेंद्र सिंह, कोर्ट कर्मी अवकाश मिश्रा, चंदन मुर्मू, छेदी राउत आदि से पूछताछ की। इस दौरान टीम में शामिल दो अधिकारी बयान लिखते रहे। वहीं, बाहर में झंझारपुर डीएसपी आशीष आनंद, थानाध्यक्ष महफूज आलम एवं प्रशिक्षु डीएसपी नेहा कुमारी भी मौजूद रहे।
टीम ने जांच के लिए कई नमूनों का किया संग्रह
सीआइडी की टीम जांच के बाबत मीडिया को कुछ भी बताने से परहेज करती रही। करीब ढाई बजे टीम के अधिकारी बाहर निकले और इतना बताया कि कई संदिग्ध नूमनों का जांच के लिए संग्रह किया गया है। करीब तीन बजे कोर्ट से बाहर निकले एसपी शैलेश सिंहा ने बताया कि उच्च न्यायालय के आदेश पर चार सदस्यीय टीम जांच के लिए पहुंची है। कोर्ट कर्मियों व अधिवक्ताओं से पूछताछ हुई है। मामला उच्च न्यायालय से जुड़ा है, इसलिए जांच रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में कोर्ट को ही सौंपा जाएगा। इसके अलावा कुछ भी बताने से वे परहेज कर गए। इसके बाद एसपी थाना पहुंचे और वहां कुछ देर रुकने के बाद वे वहां से वापस रवाना हो गए। उसके बाद एएसपी थाना पहुंचे और तत्कालीन थानाध्यक्ष सह प्रशिक्षु डीएसपी नेहा कुमारी से पूछताछ की।
हाईकोर्ट के आदेश से जांच कर रहा सीआइडी
बता दें कि हाईकोर्ट ने मामले की जांच सीआइडी को सौंप दी है। 18 नवंबर को झंझारपुर कोर्ट में एडीजे के साथ उनके कक्ष में दो पुलिस पदाधिकारियों के द्वारा मारपीट की घटना सामने आने के बाद जिला जज की रिपोर्ट पर हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया था। एक दिसंबर को मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने सीआइडी को जांच का जिम्मा सौंपते हुए आठ दिसंबर को बंद लिफाफे में जांच रिपोर्ट कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया है।