मुजफ्फरपुर में राजनीति की पिच पर छोटे मियां का चौका-छक्का, बड़े मियां गदगद
छोटे मियां राजनीति की पिच पर लगातार चौका-छक्का लगा रहे हैं। चूड़ा-दही के भोज के साथ मैदान में उतरे छोटे मियां लगातार अपनी सेवा भाव का प्रदर्शन कर रहे हैं। एक दिव्यांग की इच्छा प्रकट होते ही उसके पास व्हील चेयर पहुंच जाता है।
मुजफ्फरपुर, [प्रमोद कुमार]। बड़े मियां की राजनीतिक विरासत को आगे ले जाने के लिए मैदान में उतरे छोटे मियां राजनीति की पिच पर लगातार चौका-छक्का लगा रहे हैं। चूड़ा-दही के भोज के साथ मैदान में उतरे छोटे मियां लगातार अपनी सेवा भाव का प्रदर्शन कर रहे हैं। एक दिव्यांग की इच्छा प्रकट होते ही उसके पास व्हील चेयर पहुंच जाता है। है न छोटे मियां का कमाल। कोरोना ने सिर उठाया तो उसे मारने के लिए पूरे शहर में दवा का छिड़काव करा दिया। शहर में होने वाले अपनों के सुख-दुख में शामिल हो रहे हैं। इन दिनों प्रदेश की सबसे बड़ी परीक्षा में सफल होने वाले युवाओं को उनके घर जाकर शाबाशी दे रहे हैं। छोटे मियां के चौका-छक्का से बड़े मियां प्रसन्न हैं। इसी तरह रन बनाते रहे तो अगले साल होने वाले मैच में बल्लेबाजी के लिए उन्हें उतार सकते हैं। गति कायम रही तो मैदान भी मार ही लेंगे।
सतरंगी युवा, नाव से नाले का निरीक्षण
सतरंगी युवा इन दिनों नाव पर सवार होकर नाले का निरीक्षण कर रहे हैं। निरीक्षण करते अपनी तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर शेयर कर रहे हैं। पता तो चले कि उनकी मेहनत रंग ला रही है। अगले साल जनता के बीच जाना है। कहीं इस बरसात उनका इलाका डूब गया तो परेशानी हो जाएगी। सतरंगी युवा सफाई महकमे के जनप्रतिनिधि हैं। हमेशा किसी न किसी कारण से चर्चा में बने रहते हैं। चाहे ग्रह के हिसाब से परिधान बदलने की बात हो या फिर लिफ्ट लेने की महारत अथवा सरकारी हाकिमों से नजदीकी की बात, हमेशा चर्चा में रहते हैं। जेब में सीटी एवं हाथ में भोंपू लेकर चलते हैं। बंगाल में आए चक्रवात के कारण जमकर बारिश हुई और उनका घर डूब गया। यह उनकी प्रतिष्ठा का सवाल था। इसलिए नाव पर सवार होकर नाले की सफाई करा रहे हैं।
इंटरनेट मीडिया और युवतियों का डांस प्रेम
कोरोना माई की कृपा से शहर की सामाजिक गतिविधियां ठप हैं। सभी तरह के कार्यक्रम बंद हैं। इस कारण युवक एवं युवतियां अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन नहीं कर पा रही हैं। स्कूल कालेज बंद हंै, इससे भी उनको कुछ करने का अवसर नहीं मिल रहा। अब एक संगठन ने उनकी परेशानी दूर कर दी है। संगठन ने उनके लिए ऑनलाइन डांस प्रतियोगिता का आयोजन किया है। बड़ी संख्या में युवतियां उसमें शिरकत कर रही हैं। कोई मकान की छत तो कोई किचेन को मंच मानकर डांस का वीडियो बना रही हैं। उसे आयोजक संगठन को भेज रही हैं। लगातार मिल रहे वीडियो से संगठन भी चकित है। वह युवतियों के डांस प्रेम को देख उत्साहित है। युवतियां भी खुश हैं कि उनको लंबे समय बाद अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिला है। अब उन्हें ताज का इंतजार है, पता नहीं किसे मिलता है।
रास नहीं आई इंटरनेट मीडिया से दूरी
कालेज गर्ल फिर से इंटरनेट मीडिया पर लौट आई हैं। एक सप्ताह से वह अपने ज्ञान के साथ दिखाई पडऩे लगी हैं। तीन माह पूर्व कालेज गर्ल ने राजनीति के साथ-साथ इंटरनेट मीडिया से तौबा कर ली थी। इस बीच उन्होंने खूब सैर-सपाटा किया, लेकिन इंटरनेट मीडिया पर तस्वीर शेयर नहीं की। हालांकि ऐसा करने से वह अपने को अधिक दिनों तक नहीं रोक पाईं। कालेज गर्ल शहर के एक महिला महाविद्यालय की छात्रा हैं। छात्र राजनीति में उनकी पहचान है। खेल-कूद में भी रुचि रखती हैं। राजनीति में आते ही उन्होंने छात्राओं के अधिकारों की लड़ाई जमकर लड़ी। एकाएक कालेज गर्ल ने खुद को न सिर्फ छात्र राजनीति बल्कि इंटरनेट मीडिया से अलग कर लिया, लेकिन अधिक दिनों तक अपने को वह राजनीति एवं इंटरनेट मीडिया से दूर नहीं रख पाईं और फिर से सक्रिय हो गई हैं। अपना पोस्ट डाल रही हैं। लोग पंसद भी कर रहे हैं।