दरभंगा में पुलिस पर फायरिंग करने वाले बदमाशों की गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती

Darbhanga Crime डकैती की साजिश रचने के दौरान छापेमारी को पहुंची पुलिस पर हुई थी फायरिंग लहेरियासराय थाने के पुरानी मुसंफी मोहल्ला में तीन मार्च की रात घटी थी घटना आरजू की गिरफ्तारी के लिए पुलिस पटना के कई ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 02:15 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 02:15 PM (IST)
दरभंगा में पुलिस पर फायरिंग करने वाले बदमाशों की गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती
दरभंगा में पुल‍िस पर फायर‍िंंग मामले अब तक नहीं हुई कार्रवाई ।

दरभंगा, जासं। पुलिस पर फायरिंग करने वाले बदमाश पांच माह से फरार चल रहे हैं। शातिर मो. आरजू खां सहित कई फरार आरोपितों की गिरफ्तारी लहेरियासराय पुलिस के लिए चुनौती बनी है। तीन मार्च 2021 की रात से सभी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही हैं। लेकिन, इसमें पुलिस को अबतक कोई सफलता नहीं मिली है। बताया जाता है कि सभी अपने घर से फरार हैं। आरजू की गिरफ्तारी के लिए पुलिस पटना के कई ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है। अब फिर से आरजू सहित उसके शार्गिदों को पकडऩे के लिए तकनीकी सेल को लगाया गया है। थानाध्यक्ष एचएन ङ्क्षसह ने बताया कि गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। बहुत जल्द सफलता मिलने की उम्मीद है।

बता दें कि लहेरियासराय थानाक्षेत्र के पुरानी मुंसफी मोहल्ला में पुलिस पर जानलेवा हमला और फायङ्क्षरग करने वाले सभी बदमाश डकैती की साजिश रच रहे थे। इस सूचना पर पुलिस ने तकनीकी सेल की मदद से छापेमारी की थी। जहां बदमाशों ने पुलिस को देख फायङ्क्षरग कर दी। इस दौरान नगर थानाक्षेत्र के मिर्जापुर निवासी मो. कैफ को पुलिस ने दबोच लिया था। उसके पास से एक पिस्टल, एक कारतूस, एक खोखा और एक चाकू बरामद किया गया था। यह देख शेष बदमाशों ने स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस पर जानलेवा हमला कर दिया और पकड़े गए बदमाश कैफ को छुड़ाने की कोशिश की। इसमें तकनीकी सेल के रामबाबू यादव और सीआइएटी के अंकित कुमार घायल हो गए। रामबाबू की स्थिति गंभीर रहने के कारण कई दिनों तक भर्ती रहना पड़ा।

दो प्राथमिकी हुई थी दर्ज 

मामले को लेकर पुलिस ने दो प्राथमिकी दर्ज की थी। एक में आरोपितों को छुड़ाने की कोशिश और दूसरी में डकैती की साजिश व फायङ्क्षरग की। इस मामले में पुलिस ने फरार बदमाश आरजू खान के परिवार के चार लोगों को दबोच लिया था। इसमें वसीम असरफ, असरफ अली, मो. अरमान उर्फ चांद सहित रूखसाना खातून शामिल थे। सभी पर शातिर बदमाश कैफ को छुड़ाने की कोशिश और पुलिस पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया गया था। लेकिन, आरजू अब तक पुलिस गिरफ्त से बाहर है।

शातिरों की सूची में शामिल हैं फरार आरोपित 

फरार आरोपित शातिर बदमाशों की सूची में शामिल हैं। 31 दिसंबर 2018 को नगर थानाक्षेत्र के नाग मंदिर के पास मो. आरजू खां सहित उसके साथियों ने सुनील राय को गोली मारकर हत्या कर दी थी। 31 अक्टूबर 2020 की देर रात लहेरियासराय थानाक्षेत्र के भीगो मंदिर के पास चाय की दुकान पर फरार आरोपित रिकी खां अपने साथियों के साथ मिलकर नाका नंबर पांच निवासी फैजान नासिर उर्फ गोलू उर्फ कलेक्टर को गोली मारकर जख्मी कर दिया था। पांच जून 2020 को लहेरियासराय थाना क्षेत्र के इमामबाड़ी मोहल्ला से गिरफ्तार किए मुंगेर जिले का बबल डॉन उर्फ कर्मवीर मिश्रा के साथ फरार सोनू खां सहित आधा दर्जन हथियार तस्करों को पकड़ा गया था। इसमें मौके से फरार होने वाले बदमाशों में गिरफ्तार किए गए मो. कैफ का नाम आया था। वहीं 25 फरवरी 2021 की रात लहेरियासराय के खाजासराय मोहल्ला में पंडासराय मोहल्ला के बाबू साहेब को बाइक से अगवा कर लिया था। इसमें मो. आरजू खां, मो. कैफ, मो. सोनू आदि शामिल थे। सभी ने बाबू साहेब को चाकू घोंपकर जख्मी कर दिया था। हालांकि, पुलिस दबिश बढऩे पर बाबू साहेब को जख्मी हालत में छोड़ दिया था।

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