शेल्‍टर होम की लड़की से चलती गाड़ी में हुअा था सामूहिक दुष्‍कर्म, महिला आयोग अध्यक्ष ने की भेंट

शेल्‍टर होम की पूर्व संवासिन से गत 13 सितंबर की रात हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले की जांच के लिए बुधवार को राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा बेतिया पहुंची और पीडि़ता से मिलीं।

By Rajesh ThakurEdited By: Publish:Wed, 18 Sep 2019 04:14 PM (IST) Updated:Wed, 18 Sep 2019 10:55 PM (IST)
शेल्‍टर होम की लड़की से चलती गाड़ी में हुअा था सामूहिक दुष्‍कर्म,  महिला आयोग अध्यक्ष ने की भेंट
शेल्‍टर होम की लड़की से चलती गाड़ी में हुअा था सामूहिक दुष्‍कर्म, महिला आयोग अध्यक्ष ने की भेंट

बेतिया ( प. चंपारण) : बालिका गृह (शेल्‍टर होम) की पूर्व संवासिन से गत 13 सितंबर की रात हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले की जांच के लिए बुधवार को राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज पहुंचीं। उन्होंने आइसीयू में भर्ती पीडि़ता से घटना की जानकारी ली। इससे पहले अस्पताल जाकर पूर्व सांसद पप्पू यादव भी पीडि़ता से मिले। उन्होंने परिजनों को 25 हजार रुपये दिए। आगे भी मदद का भरोसा दिया। उन्होंने राज्य सरकार और स्थानीय सांसद की जमकर आलोचना की। 

सीआइडी टीम भी पहुंची :

दोपहर में सीआइडी एसपी भी अस्पताल पहुंचे और पीड़िता का बयान दर्ज किया। इसके बाद महिला थानाध्यक्ष से अब तक की जांच के बारे में जानकारी ली। सीआइडी की टीम घटनास्थल पर भी पहुंची। 

गिरफ्तार आरोपितों को जेल :

इस मामले में गिरफ्तार तीन नामजद और एक अज्ञात आरोपित को पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इनकी गिरफ्तारी सोमवार देर रात बेतिया छोड़कर जाने के दौरान बेतिया-लौरिया मार्ग पर हुई थी। एक आरोपित नेपाल भागने की तैयारी में था। उसकी गिरफ्तारी बॉर्डर के पास से हुई। एसपी जयंतकांत ने कहा कि एसडीपीओ पंकज कुमार रावत के नेतृत्व में बनाई गई टीम ने आरोपित साजन कुमार, कुंदन कुमार, आकाश कुमार और अंशु कुमार गिरफ्तार किया था। वहीं, एक अन्य फरार नामजद दीनानाथ की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है। घटना में प्रयुक्त स्कॉर्पियो और उसके चालक की तलाश की जा रही है। मामले में वायरल ऑडियो के आधार पर राजकुमार नामक एक व्यक्ति को मंगलवार शाम में पुलिस ने हिरासत में लिया था। 

मोकामा शेल्टर होम से आई थी घर :

एडीजी पुलिस मुख्यालय जीतेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि पीडि़ता का मुजफ्फरपुर बालिका गृह से कोई जुड़ाव नहीं था। वह मोकामा शेल्टर होम से अपने घर आई थी। हालांकि, जिला बाल संरक्षण समिति की सहायक निदेशक ममता झा ने सोमवार को कहा था कि पीडि़ता 24 मई 2018 को मुजफ्फरपुर बालिका सुधार गृह में गई थी। वहां रेलवे स्टेशन पर संदिग्ध हालत में मिली थी, जहां से पुलिस ने बालिका सुधार गृह में भेजा था। 29 मई 2018 को जब बालिका सुधार गृह की सभी बच्चियों को मोकामा शेल्टर होम में शिफ्ट किया जा रहा था तो वह भी गई। करीब एक माह मोकामा में रही। इसके बाद खुद की सहमति से परिजनों के पास आ गई। पीडि़ता ने स्वयं बाल संरक्षण इकाई की सहायक निदेशक को बताया था कि उसे अन्य लड़कियों की तरह सात लाख रुपये मिले थे। 

सेहत में सुधार :

गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज की आइसीयू में भर्ती पीडि़ता को मंगलवार को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। लेकिन, बुधवार को सेहत सुधरी। वह पूर्व सांसद से सही तरीके से बात कर रही थी। अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. केबीएन सिंह ने कहा कि पीडि़ता की हालत में सुधार है। 

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