एलएस कॉलेज को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनने का हक : कुलपति
एलएस कॉलेज के संस्थापक और स्वतंत्रता सेनानी बाबू लंगट सिंह की पुण्यतिथि के मौके पर शुक्रवार को वेबिनार का आयोजन किया गया।
मुजफ्फरपुर : एलएस कॉलेज के संस्थापक और स्वतंत्रता सेनानी बाबू लंगट सिंह की पुण्यतिथि के मौके पर शुक्रवार को वेबिनार का आयोजन किया गया। बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.हनुमान पांडेय ने कहा कि एलएस कॉलेज धरोहर से कम नहीं। यह केंद्रीय विश्वविद्यालय बनने का हक रखता है। कुलपति स्वाभिमान आंदोलन की ओर से आयोजित वेबिनार में कॉलेज एलुमनी एसोसिएशन के सचिव अभिषेक रंजन के पूछे प्रश्न का उत्तर दे रहे थे। पूछा गया था कि क्या वे पुराने विद्यार्थियों की उस ख्वाहिश को पूरा करने के लिए कुछ करेंगे, जिसमें वे कॉलेज को विश्वविद्यालय में बदलते देखना चाहते हैं। कुलपति के इस उत्तर का बाबू लंगट सिंह की प्रपौत्री वंदना सिंह ने भी समर्थन किया। कहा कि उनका परिवार इस कार्य में अगर कुछ कर सकेगा तो उन्हें बेहद खुशी होगी। प्राचार्य प्रो.ओपी राय ने भी कहा कि कॉलेज विश्वविद्यालय बने यह हम सबकी सामूहिक आकांक्षा होनी चाहिए। कहा कि लंगट बाबू की गरिमा को बढ़ाने के लिए कॉलेज परिवार को एकसाथ आना होगा। हम आने वाले समय में कॉलेज को उत्कृष्ट शिक्षण संस्थान बनाने के लिए कृतसंकल्पित है। इसके पहले कुलपति ने लंगट सिंह के योगदानों को याद किया। कहा कि यह विश्वविद्यालय इस कॉलेज की वजह से जाना जाता है। लंगट बाबू की पौत्री वंदना सिंह ने कहा कि वे अपने समय से बहुत आगे थे। उन्होंने बिना किसी भेदभाव के समाज के सभी वर्गों के लोगों की शिक्षा की चिता की और बीएचयू जैसे ऐतिहासिक शिक्षण संस्थाओं के निर्माण में सहयोग किया। वेबिनार के संचालक अभिषेक रंजन ने लंगट बाबू के व्यक्तित्व के कुछ अनछुए पहलुओं के बारे में भी बताया। बिहार स्वाभिमान आंदोलन के संयोजक रंगीश ठाकुर ने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की इस मुहिम को संस्था चरणबद्ध तरीके से गति देगी। वेबिनार के आयोजन में संस्थापक सदस्य अमित कुमार ने अहम भूमिका निभाई।