नवरुणा हत्याकांड : आठवीं डेडलाइन में सामने आई सक्रियता, पिता से फिर पूछताछ करेगी सीबीआइ Muzaffarpur News
सीबीआइ कर्मी ने घर पहुंचकर अतुल चक्रवर्ती को दी नोटिस। तबीयत खराब होने की वजह से कैंप कार्यालय जाने में जताई असमर्थता। घर पर आकर पूछताछ करने का सीबीआइ अधिकारियों से किया आग्रह।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। नवरुणा हत्याकांड मामले में सीबीआइ की सक्रियता एक बार फिर सामने आ रही है। सीबीआइ नवरुणा के पिता अतुल्य चक्रवर्ती से पूछताछ करेगी। इसके लिए सीबीआइ की ओर से शुक्रवार को उन्हें नोटिस दी गई है। सीबीआइ के कर्मी जवाहरलाल रोड स्थित उनके घर पहुंच कर यह नोटिस दी। उन्हें शनिवार को जिला स्कूल के निकट स्थित सीबीआइ के कैंप कार्यालय में बुलाया गया है।
उन्होंने तबियत काफी खराब होने व सीनियर सिटीजन की बात कहते हुए कैंप कार्यालय में उपस्थित होने में असमर्थता जताई। उन्होंने उनके घर में आकर पूछताछ करने का सीबीआइ अधिकारियों से आग्रह किया। नोटिस तामिला के क्रम में ये बातें उन्होंने लिखित रूप से दिया है। इससे पहले भी उनसे सीबीआइ कई बार पूछताछ कर चुकी है।
कई लोगों से पूछताछ करेगी सीबीआइ
सीबीआइ एक बार फिर से कई लोगों से पूछताछ करने वाली है। ऐसे लोगों को नोटिस भेजा जा रहा है। हाल में कई लोगों से पूछताछ की गई है। हालांकि इस संबंध में सीबीआइ अधिकारी कुछ भी नहीं बता रहे हैं। इससे पहले भी लगभग तीन सौ लोगों से सीबीआइ पूछताछ कर चुकी है। एक दर्जन से अधिक लोगों का पॉलीग्राफी व कई लोगों का नार्कों टेस्ट भी कराया गया। सात संदिग्ध आरोपितों को सीबीआइ ने गिरफ्तार किया था। सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया था। सीबीआइ इस सभी के खिलाफ निर्धारित 90 दिनों के अंदर चार्जशीट दाखिल नहीं कर सकी। जिससे सभी जमानत पर जेल से रिहा हो गए।
आठवीं डेडलाइन में सामने आई सक्रियता
जांच पूरी करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट से मिली आठवीं डेडलाइन में सीबीआइ की सक्रियता सामने आने लगी है। तीन माह की यह डेडलाइन उसे 21 अगस्त को मिली है। 21 नवंबर को यह डेडलाइन पूरी होगी। सुप्रीम कोर्ट ने इससे पहले जांच पूरी करने का आदेश दिया है। फिलहाल सीबीआइ की नई गतिविधियों से जांच में तेजी आने की आस जगी है।
यह है मामला
18 सितंबर 2012 की रात नगर थाने के जवाहरलाल रोड स्थित आवास से सोई अवस्था में नवरुणा का अपहरण कर लिया गया। इसके ढाई माह बाद उसके घर के निकट नाले से एक मानव कंकाल मिला। डीएनए टेस्ट से यह कंकाल नवरुणा का साबित हुआ। इस मामले की जांच पहले पुलिस व बाद में सीआइडी ने की। कोई परिणाम नहीं मिलने पर सीबीआइ को जांच सौंपी गई। 2014 से सीबीआइ इस मामले की जांच कर रही।