एमडीडीएम कॉलेज में बीएड की 14 छात्राओं का हुआ कैंपस प्लेसमेंट

प्राचार्य बोलीं- बीएड की पढ़ाई रोजगारपरक। छात्राएं व्यक्तित्व को निखारने पर दें जोर। कैंपस सेलेक्शन में 17 छात्राओं ने भाग लिया। इसमें से सात छात्राओं का चयन माउन्ट लिट्रा जी स्कूल पांच छात्राओं का चयन इन्द्रप्रस्थ स्कूल और दो छात्राओं का चयन डीपीएस स्कूल में किया गया।

By Ajit kumarEdited By: Publish:Sat, 23 Jan 2021 10:13 AM (IST) Updated:Sat, 23 Jan 2021 10:13 AM (IST)
एमडीडीएम कॉलेज में बीएड की 14 छात्राओं का हुआ कैंपस प्लेसमेंट
कैंपस सेलेक्शन में 17 छात्राओं ने भाग लिया। फोटो : जागरण

मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। एमडीडीएम कॉलेज के बीएड विभाग में सत्र 2018-20 में उत्तीर्ण छात्राओं का शुक्रवार को कैंपस सेलेक्शन किया गया। इसमें माउंट लिट्रा जी स्कूल, इन्द्रप्रस्थ इंटरनेशनल स्कूल व डीपीएस स्कूल के प्राचार्य ने अपने सहयोगी शिक्षकों के साथ छात्राओं का साक्षात्कार लिया। कैंपस सेलेक्शन में 17 छात्राओं ने भाग लिया। इसमें से सात छात्राओं का चयन माउन्ट लिट्रा जी स्कूल, पांच छात्राओं का चयन इन्द्रप्रस्थ स्कूल और दो छात्राओं का चयन डीपीएस स्कूल में किया गया। प्राचार्य प्रो.डॉ.कनुप्रिया ने कहा कि बीएड पास छात्राओं के लिए निजी स्कूलों में भी अच्छा स्कोप है। कहा कि बीएड की पढाई रोजगारपरक है। छात्राएं अपने व्यक्तित्व को और निखारने पर जोर दें, ताकि वे भविष्य में सफलता को पा सकें। विभागाध्यक्ष डॉ. मौसमी चौधरी ने सत्र का संचालन किय। मौके पर बीएड विभाग के सभी शिक्षक उपस्थित थे।  

छात्रों को अगले महीने से मिलेगी डिजिटल डिग्री

मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से कई महीने से डिग्री की छपाई बंद है। इस कारण प्रतिदिन मुख्यालय से जुड़े पांच जिलों से आने वाले छात्रों को डिग्री नहीं मिल रही है। प्रतिदिन छात्रों को वापस लौटना पड़ रहा है। इधर, विवि की ओर से छात्रों को डिजिटल डिग्री देने के लिए प्रक्रिया अंतिम चरण में है। परीक्षा नियंत्रक डॉ.मनोज कुमार ने बताया कि डिग्री की छपाई बंद है लेकिन विवि की ओर से इसकी वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। हर हाल में फरवरी से डिजिटल डिग्री देने का कार्य शुरू हो जाएगा। यह डिग्री कई सुरक्षा मानकों से लैस होगा। इसका डुप्लीकेट नहीं हो सके इसके लिए एक यूनिक आइडी, विवि का डिजिटल लोगों, दो पदाधिकारियों का डिजिटल हस्ताक्षर और एक अधिकारी का मूल हस्ताक्षर उस डिग्री पर होगा। इसे राजभवन के वेबसाइट पर भी अपलोड कर दिया जाएगा। राजभवन की ओर से प्रतिदिन बनने वाले डिग्री का स्टेटस वेबसाइट पर अपलोड करने का निर्देश दिया गया है। बता दें कि दिसंबर 2020 में राजभवन में हुई अधिकारियों की बैठक में विवि में डिग्री के दो हजार समेत कुल पांच हजार आवेदन पेंडिंग मिले थे। इस कारण राजभवन की ओर से प्रति सप्ताह 1100 लंबित आवेदनों का निष्पादन करने का निर्देश दिया गया था। इसपर डॉ.मनोज ने कहा कि दीक्षा की तिथि जारी नहीं होने के कारण काफी आवेदन पेंडिंग हैं। 

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