भारत नेपाल बॉर्डर पर मवेशी तस्करी रोकने का चला अभियान, तस्कर गिरफ्तार

खुली सीमा का लाभ लेकर तस्कर कई बार मवेशी चराने एवं किसान होने का बहाना कर मवेशी को नेपाल पहुंचा देते हैं। मवेशी तस्करी रोकने के लिए एसएसबी की ओर से डे -नाइट पेट्रोलिंग हो रही है। पिछले तीन दिनों से यह अभियान चल रहा है।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 11:48 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 11:48 AM (IST)
भारत नेपाल बॉर्डर पर मवेशी तस्करी रोकने का चला अभियान, तस्कर गिरफ्तार
एसएसबी नगरदेही बीओपी के जवानों ने तस्करी के तीन मवेशी को रात मुक्त कराया।

पश्चिम चंपारण, जासं। भारत नेपाल सीमा पर मवेशी की तस्करी चरम पर है। इसको रोकने के लिए एसएसबी की ओर से विशेष अभियान चलाया गया है। खुली सीमा का लाभ लेकर तस्कर कई बार मवेशी चराने एवं किसान होने का बहाना कर मवेशी को नेपाल पहुंचा देते हैं। मवेशी तस्करी रोकने के लिए एसएसबी की ओर से डे -नाइट पेट्रोलिंग हो रही है। पिछले तीन दिनों से यह अभियान चल रहा है। 

नगरदेही बीओपी के जवानों ने की कार्रवाई

भारत-नेपाल बॉर्डर पर तैनात एसएसबी नगरदेही बीओपी के जवानों ने तस्करी के तीन मवेशी को रात मुक्त कराया। 44वीं बटालियन के नगरदेही कैंप के उप सहायक सेनानायक अतुल कुमार तिवारी ने बताया कि बुधवार की अहले सुबह गुप्त सूचना मिली कि तस्कर कुछ मवेशियों भारत से नेपाल में प्रवेश करने के फिराक में है। त्वरित कार्रवाई करते हुए टीम लीडर प्रकाश चंद्र तिवारी के नेतृत्व में नाका लगा दिया गया। पिलर संख्या 420/4 के समीप से कुछ मवेशियों का झुंड दिखाई दिया। तब तक तस्करों की नजर एसएसबी जवानों पर पड़ गयी। एसएसबी जवानों को देखते ही तस्कर मवेशी को छोड़ कर नेपाली क्षेत्र की तरफ भागने लगे। मौके से एसएसबी जवानों ने तीन मवेशियों को मुक्त कराया। जबकि अन्य मवेशी भी नेपाल की सरहद में चले गये। जवानों ने इनरवा निवासी दरोगा मियां को गिरफ्तार किया। मवेशी व गिरफ्तार तस्कर को इनरवा पुलिस को सौंप दिया है।

डिब्रूगढ़-चंडीगढ़ में पानी नहीं रहने से परेशान हुए यात्री

जासं, मुजफ्फरपुर : कोविड में भी रेल यात्रियों पर रेल कर्मियों का ध्यान नहीं है। ट्रेनों में साफ-सफाई और पानी को लेकर रेल यात्रियों को शिकायत करनी पड़ रही। डिब्रूगढ़-चंडीगढ़ एक्सप्रेस के कई कोच में बरौनी के आगे से ही पानी खत्म हो गया। उसके बाद रेल यात्री परेशान हो गए। कई स्टेशन पार करने के बाद भी जब पानी बोगियों में पानी नहीं भराया तो मुजफ्फरपुर जंक्शन पर इसकी शिकायत की गई। यात्री सेवा से जुड़े स्टेशन के अधिकारी भी इस पर ध्यान नहीं देते। किसी भी ट्रेनों में इस बात की चेङ्क्षकग नहीं कराई जाती कि साफ-सफाई है या नहीं। किस कोच में पानी है या नहीं। इसको लेकर रेल यात्रियों में आक्रोश पनपता जा रहा है। इसके अलावा बोगियों में समय-समय पर सैनिटाइजर भी नहीं कराया जा रहा। कोविड महामारी को लेकर रेलवे प्रतिदिन सतर्क जरूर कर रही। लेकिन साफ-सफाई के मामले में उदासीनता बरत रही है। इससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ सकता है।  

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