मुजफ्फरपुर में रजिस्ट्री आफिस में नई व्यवस्था, डिस्प्ले बोर्ड पर दिखता टोकन नंबर
जिला निबंधन कार्यालय में उद्घोषणा होती है टोकन नंबर फिफ्टी टू। टोकन संख्या पांच-दो। साथ ही वहां लगे डिजिटल बोर्ड पर यह संख्या प्रदर्शित भी होती है।
मुजफ्फरपुर। जिला निबंधन कार्यालय में उद्घोषणा होती है, 'टोकन नंबर फिफ्टी टू। टोकन संख्या पांच-दो।' साथ ही वहां लगे डिजिटल बोर्ड पर यह संख्या प्रदर्शित भी होती है। इसके साथ ही संबंधित व्यक्ति काउंटर पर आकर बायोमीट्रिक मशीन पर फिगर प्रिट और आंख का स्कैन कराते हैं। इस नई व्यवस्था के साथ शुरू हो जाती है जमीन खरीद-बिक्री की प्रक्रिया। धक्का-मुक्की की जगह लोग आराम से अपनी बारी आने पर उक्त प्रक्रिया पूरी कर रहे हैं। निबंधन को आसान और पारदर्शी बनाने के लिए जिला निबंधन कार्यालय में यह व्यवस्था शुरू की गई है। इस कड़ी में आगे भी कई परिवर्तन किए जाएंगे। पूरी व्यवस्था डिजिटाइज्ड होगी।
निबंधन से पूर्व जारी होते हैं टोकन नंबर
जमीन की रजिस्ट्री या लीज का लेकर पूर्व में ही टोकन संख्या जारी की जाती है। डिस्प्ले बोर्ड नहीं रहने से खरीद-बिक्री करने वाले बायोमीट्रिक काउंटर पर धक्का-मुक्की करते थे। मारपीट और हंगामा की भी नौबत आ जाती थी। इससे कर्मचारी को भी परेशानी होती थी। काउंटर पर कार्यरत हितेंद्र कुमार कहते हैं, नई व्यवस्था ने काम आसान कर दिया है। भीड़ नहीं होने से समय भी कम लग रहा। कर्मचारी के अलावा खरीद-बिक्री करने वाले भी राहत महसूस कर रहे हैं। बेगूसराय से आईं रानी कुमारी कहती हैं, पहले भीड़ के कारण काफी परेशानी हुई थी। देर शाम काम हुआ था। आज टोकन नंबर बहुत आगे था। इसके बाद भी समय से काम हो गया।
गड़बड़ी करने वाले व बिचौलियों पर लगाम : जिला अवर निबंधक राकेश कुमार ने बताया कि डीएम के निर्देश पर व्यवस्था लागू की गई है। इससे निबंधन कार्य में पारदर्शिता आएगी। जमीन खरीद-बिक्री करने वालों के समय की बचत होगी। लोग यह देख सकेंगे कि उनकी बारी कब आएगी। यहां इंतजार करने के बजाय वे दूसरा काम कर सकेंगे। बिचौलयों एवं गड़बड़ी करने वालों पर भी लगाम लग सकेगा। सबसे महत्वपूर्ण यह कि भीड़ नहीं होने से कोरोना प्रोटोकाल के तहत शारीरिक दूरी का पालन होगा।