विवि ने तीसरी बार जारी किया एडमिट कार्ड, रोल सीट वेबसाइट से कराना होगा डाउनलोड
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से स्नातक सत्र 2019-22 प्रथम वर्ष की परीक्षा को लेकर तीसरी बार एडमिट कार्ड जारी किया गया।
मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से स्नातक सत्र 2019-22 प्रथम वर्ष की परीक्षा को लेकर तीसरी बार एडमिट कार्ड जारी किया गया। विवि की ओर से मुद्रित कराकर बुधवार देर शाम तक सीतामढ़ी, शिवहर, मोतिहारी, बेतिया, बगहा और वैशाली जिले के कालेजों को एडमिट कार्ड भेजा जाता रहा। विवि मुख्यालय के अधिकतर कालेजों को एडमिट कार्ड भेज दिया गया। परीक्षा नियंत्रक डा.संजय कुमार ने बताया कि मुख्यालय के कुछ कालेजों का एडमिट कार्ड गुरुवार की सुबह भेजा जाएगा। दूर के जिलों में स्थित कालेजों को पहले एडमिट कार्ड मुहैया करा दिया गया है ताकि विद्यार्थियों को परेशानी नहीं हो। कहा कि विवि की ओर से प्रयास किया गया है कि सभी विद्यार्थियों का एडमिट कार्ड उपलब्ध कराया जाए। यदि इसके बाद भी किसी विद्यार्थी को एडमिट कार्ड नहीं मिल पाता है तो वे परेशान नहीं हों। उन्हें कालेज की ओर से विवि की वेबसाइट से डाउनलोड कर एडमिट कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा। - रोल सीट वेबसाइट से करना होगा डाउनलोड : परीक्षा नियंत्रक डा.संजय कुमार ने बताया कि परीक्षा के संचालन को लेकर रोल और उपस्थिति सीट विवि की वेबसाइट से डाउनलोड करना होगा। इसके लिए केंद्राधीक्षक को जानकारी दे दी गई है। साथ ही प्राचार्यों को भी कहा गया है कि वे गुरुवार को ही इसे डाउनलोड कर लें। यदि किसी विद्यार्थी को एडमिट कार्ड नहीं मिल पाता है तो उसे कालेज में ही डाउनलोड कर उपलब्ध कराएं।
दो बार रद करना पड़ा एडमिट कार्ड :
विवि की ओर से इस परीक्षा को लेकर दो बार पहले भी एडमिट कार्ड जारी किया गया, लेकिन एजेंसी और कालेज दोनों की ओर से गड़बड़ी के कारण रद करना पड़ा। दो केंद्रों में बदलाव भी किया गया। यह भी एडमिट कार्ड रद करने का कारण बना। 70 हजार से अधिक विद्यार्थी देंगे 38 केंद्रों पर परीक्षा : एक अक्टूबर से शुरू हो रही स्नातक प्रथम वर्ष की परीक्षा मुजफ्फरपुर में 12 केंद्रों पर होगी। इसके अलावा सीतामढ़ी, मोतिहारी, हाजीपुर और बेतिया में भी परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। पहले से 40 केंद्रों की सूची जारी की गई थी। बाद में पंचायत चुनाव के कारण दो कालेज कम किया गया। अब 38 केंद्रों पर स्नातक प्रथम वर्ष की परीक्षा ली जाएगी। इसमें 70 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं शामिल होंगे।