Darbhanga : गर्भपात के दौरान दुष्कर्म की कोशिश में शामिल दलाल फंसा चंगुल में, लेकिन चालबाज महिला अब भी गायब

दरभंगा के एक दलाल ने आरोपित के पिता को किया फोन कहा - गुगल पे से दी गई राशि उसके पास है सुरक्षित शेष राशि पीडि़ता और अन्य के मिलने पर वापस कराने का दे रहे आश्वासन पुलिस कर रही मामले की जांच

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 04:15 PM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 04:15 PM (IST)
Darbhanga : गर्भपात के दौरान दुष्कर्म की कोशिश में शामिल दलाल फंसा चंगुल में, लेकिन चालबाज महिला अब भी गायब
दरभंगा में मह‍िला और उसकी फर्जी मां दोनों रुपये लेकर फरार हैं।

दरभंगा, जासं। लहेरियासराय थानाक्षेत्र के बेंता में 30 मई को गर्भपात कराने गई महिला के साथ दुष्कर्म की कोशिश मामले में अब दलाल ठगी की राशि आरोपित के स्वजनों को वापस करने को तैयार है। आरोपित के पिता को रुपये लेने के लिए बार-बार बुलाया जा रहा है। हालांकि, फोन करनेवाले मनोज नामक दलाल एक लाख रुपये में मात्र बीस हजार रुपये ही देने को तैयार है। कहा कि शेष 80 हजार रुपये पीडि़ता और अस्मति खातून के मिलने के बाद उपलब्ध करा दिया जाएगा।

फिलहाल, उनके खाते पर गुगल-पे से ट्रांसफर किए गए 20 हजार रुपये सुरक्षित है जो वापस करने को तैयार हैं। बातचीत के वायरल ऑडियो क्लिप में दलाल मनोज आगे की कार्रवाई से खुद को अलग रखने की बात कह रहा है। दरअसल, आरोपित के स्वजनों के पास वैज्ञानिक साक्ष्य होने से मनोज की चिंता बढ़ गई है। आरोपित और पीडि़ता के बीच समझौता दौरान जब मनोज को एक लाख रुपये की जगह 80 हजार रुपये दिया गया तो वह गुस्साकर रुपये फेंक दिया। कहा- एक लाख रुपये एक रुपया कम नहीं लेंगे। इसके बाद आरोपित के पिता ने गुगल-पे से मनोज के खाते पर 20 हजार रुपया ट्रांसफर कर दिया। यह साक्ष्य मनोज की परेशानी बढ़ा दी है।

फर्जी थी पीडि़ता की मां, कई लोग गवाही देने को तैयार 

घटना स्थल से लेकर महिला थाना तक पीडि़ता ने जिस महिला को मां बताया वह फर्जी है। वह गया जिले की निवासी नहीं है। बल्कि, बहेड़ी थानाक्षेत्र के एक गांव की अस्मति खातून है। उसका ससुराल सकरी थानाक्षेत्र में पड़ता है। बेंता में लोग उसे साइकिल वाली के नाम से जानते हैं। दलालों के साथ मिलकर लोगों को गुमराह कर रुपये ठगी करने वाले गिरोह में वह लंबे दिनों से शामिल है। फिलहाल वह महिला गायब है। उसे बेंता के कई दलाल भी खोज रहे हैं। इधर, अस्मति के गांव के कई जनप्रतिनिधि और लोगों ने गवाही देने की बात कही है। आरोपित पक्ष इंसाफ के लिए हर दरवाजा खटखटाने को विवश हैं। इसी के तहत बेंता में चल रहे बड़े रैकेट का खुलासा हो पाया है। बहरहाल, पुलिस के रडार पर मनोज, देवनारायण आदि कई लोग हैं।

यह है घटना :

बेंता चौक स्थित एक क्लिनीक में गया जिले से गर्भपात कराने आई एक महिला के साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की सूचना पर महिला थाने की पुलिस ने आरोपित व बहेड़ी थानाक्षेत्र के सिरूआ निवासी कंपाउंडर आशीष ङ्क्षसह को गिरफ्तार किया था। इसके बाद कुछ दलालों ने आरोपित के पिता को फोन कर समझौता के नाम पर दो लाख रुपये की मांग की। इसमें एक लाख रुपये पर समझौता हुआ। इसमें अस्सी हजार रुपये नकदी और 20 हजार रुपये गुगल-पे से मनोज नामक शख्स को दिया गया। वकील ने समझौता व शपथ पत्र बनाया। जिस पर पीडि़ता ने हस्ताक्षर किया। लेकिन, कुछ ही पल बाद पीडि़ता गायब हो गई। खोजबीन के बाद बताए गए पता पर लोग खोजने गए। लेकिन, उस नाम का कोई व्यक्ति नहीं मिला। इसके बाद आरोपित के पिता को ठगी का एहसास हुआ।

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