BRABU,Muzaffarpur: 1200 सीटों पर जारी होगी पीजी की तीसरी सूची
विवि की ओर से बताया गया है कि जिन छात्र-छात्राओं का नामांकन के लिए अबतक मेधा सूची में नाम नहीं आ सका है वे पोर्टल पर लागिन कर विषय का विकल्प बदल सकते हैं। पांच अगस्त तक पोर्टल पर एडिट करने का विकल्प मिलेगा।
मुजफ्फरपुर, जासं। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से पीजी में दो बार मेधा सूची जारी होने के बाद 5149 छात्र-छात्राओं ने दाखिला ले लिया है। अब प्रमुख विषयों में इक्का-दुक्का ही सीटें रह गई हैं। अब विवि की ओर से शेष करीब 1200 सीटों के लिए तीसरी सूची जारी की जाएगी। विवि की ओर से बताया गया है कि जिन छात्र-छात्राओं का नामांकन के लिए अबतक मेधा सूची में नाम नहीं आ सका है वे पोर्टल पर लागिन कर विषय का विकल्प बदल सकते हैं। पांच अगस्त तक पोर्टल पर एडिट करने का विकल्प मिलेगा। यूएमआइएस कोआर्डिनेटर प्रो.ललन झा ने बताया कि पोर्टल पर छात्र-छात्राएं जिन विषयों में सीटें हैं उनके विकल्प को चुन सकते हैं। साथ ही आवेदन में यदि किसी प्रकार की गड़बड़ी हो गई हो तो उसे भी सुधारा जा सकता है। इसके बाद सुधार का मौका नहीं दिया जाएगा। बताया कि पांच अगस्त तक आवेदन में एडिट करने के बाद विवि की ओर से इसके अगले दो दिनों में विषयवार प्राप्त आवेदन और रिक्त सीटों की संख्या के आधार पर नौ अगस्त को तीसरी सूची जारी की जाएगी। बताया गया कि दर्शनशास्त्र, संस्कृत जैसे विषयों को छोड़कर अधिकतर में कम सीटें रह गई हैं। बता दें कि विवि की ओर से पीजी में कुल 6350 सीटें निर्धारित हैं। इसके लिए 17 हजार से अधिक आवेदन आए थे। इसमें से दो हजार आवेदन निरस्त हो गए थे।
एमडीडीएम कालेज में एनटीटी कोर्स में दाखिले के लिए आवेदन पांच से
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर : महंथ दर्शन दास महिला महाविद्यालय में नर्सरी टीचर्स ट्रेङ्क्षनग कोर्स (एनटीटी) में दाखिले के लिए पांच अगस्त से आवेदन मिलेगा। प्राचार्य डा.कनुप्रिया ने बताया कि इस कोर्स में 150 सीटें निर्धारित हैं। इसके लिए आठ अगस्त तक अभ्यर्थी आवेदन दे सकती हैं। यह पाठ्यक्रम उद्यमिता विकास केंद पटना से संबद्ध है। दो वर्ष के इस कोर्स के लिए कुल 20 हजार रुपये फीस लिए जाएंगे। दो हजार रुपये नामांकन शुल्क लगेगा। इंटर उत्तीर्ण अभ्यर्थी इसमें नामांकन के लिए आवेदन दे सकती हैं। न्यूनतम 18 वर्ष और अधिकतम 45 वर्ष आयु तक के अभ्यर्थी आवेदन के योग्य होंगे। कोर्स की समन्वयक डा.निशिकांति ने बताया कि रोजगार की दृष्टि से यह काफी बेहतर है।