BRABU,Muzaffarpur: डेढ़ महीने से साक्षात्कार का इंतजार कर रहे पैट उत्तीर्ण विद्यार्थी

विश्वविद्यालय की ओर से दो वर्ष बाद 2020 सत्र में 1414 सीटों पर पैट का आयोजन हुआ था। इसके लिए करीब चार हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन दिया था। परीक्षा में आठ सौ से अधिक अभ्यर्थी सफल रहे थे जबकि करीब 300 नेट पास अभ्यर्थी को अलग रखा गया था।

By Ajit KumarEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 11:30 AM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 11:30 AM (IST)
BRABU,Muzaffarpur: डेढ़ महीने से साक्षात्कार का इंतजार कर रहे पैट उत्तीर्ण विद्यार्थी
एक सितंबर को जारी हुआ था परिणाम, गड़बड़ी के आरोप में फंसा पेच।

मुजफ्फरपुर, जासं। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से पीएचडी एडमिशन टेस्ट के आयोजन और परिणाम जारी किए हुए डेढ़ महीने बीत चुके हैं। इसमें उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को अब भी साक्षात्कार के लिए इंतजार करना पर रहा है। विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता पैट-2020 को रद करने की मांग पर अड़े हैं। परिसर में लगातार एक महीने से उनका धरना जारी है। दूसरी ओर विवि के अधिकारी ओएमआर की जांच कराने की बात कह पल्ला झाड़ रहे हैं। इन सबके बीच उत्तीर्ण हुए अभ्यर्थियों को परेशानी हो रही है। 

यह लगा आरोप

पैट में दो पेपर की परीक्षा हुई। दोनों पेपर में 50-50 प्रश्न थे और इसके लिए कुल 200 अंक निर्धारित थे। विवि की ओर से कहा गया कि दोनों पेपर में अलग-अलग 50 फीसद अंक लाना अनिवार्य है। जबकि परिणाम जारी हुआ तो दोनों पेपर को समेकित कर 50 फीसद अंक के आधार पर। ऐसे में कई ऐसे अभ्यर्थी थे जिन्हें एक पेपर में एक से दस तक ही अंक थे जबकि दूसरे पेपर में 90 अंक तक मिले। कई को तो 100 अंक भी मिले। इसी पर छात्र नेताओं ने गड़बड़ी किये जाने का आरोप लगाया। कई अभ्यर्थियों ने अलग-अलग विषयों में प्रश्न गलत होने की शिकायत भी की।

जांच में बीत गया एक महीना

इन आरोपों के बाद कुलपति प्रो.हनुमान प्रसाद पांडेय के निर्देश पर सम्बंधित एजेंसी जिसने प्रश्नपत्र सेट किया था उससे स्पष्टीकरण पूछा गया। साथ ही ओएमआर की दूसरे एजेंसी से जांच शुरू कराई गई। इसमें एक महीना गुजर चुका पर अबतक न रिपोर्ट आया न स्थिति स्पष्ट हो रही। अधिकारियों से पूछे जाने पर वे कुछ भी साफ बताने से परहेज कर रहे।

1414 सीटों पर आयोजित हुआ था पैट

विश्वविद्यालय की ओर से दो वर्ष बाद 2020 सत्र में 1414 सीटों पर पैट का आयोजन हुआ था। इसके लिए करीब चार हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन दिया था। परीक्षा में आठ सौ से अधिक अभ्यर्थी सफल रहे थे, जबकि करीब 300 नेट पास अभ्यर्थी को पैट से अलग रखा गया था। इसके बाद भी करीब ढाई सौ सीटें खाली बच रहीं हैं। 

chat bot
आपका साथी