Bihar School Examination Board: 28 स्कूल-कालेजों के विद्यार्थी स्नातक में नामांकन से हो गए वंचित
बोर्ड की ओर से डीईओ को पत्र जारी कर कहा गया है कि यदि पांच अगस्त तक शुल्क नहीं जमा किया गया तो संबंधित स्कूल-कालेजों का अंकपत्र नहीं भेजा जाएगा। साथ ही संबंधित स्कूल-कालेजों पर कार्रवाई की जाएगी। विद्यार्थियों ने जताई नाराजगी बोले- कालेज की गलती का भुगत रहे परिणाम।
मुजफ्फरपुर, जासं। जिले के 28 स्कूल-कालेजों के विद्यार्थी स्नातक में नामांकन से वंचित हो गए हैं। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा नहीं करने पर इन कालेजों का अंकपत्र रोक दिया है। बोर्ड की ओर से डीईओ को पत्र जारी कर कहा गया है कि यदि पांच अगस्त तक शुल्क नहीं जमा किया गया तो संबंधित स्कूल-कालेजों का अंकपत्र नहीं भेजा जाएगा। साथ ही संबंधित स्कूल-कालेजों पर कार्रवाई की जाएगी। शुल्क नहीं देने वाले संस्थानों में गवर्मेंट इंटर कालेज जिला स्कूल, मुखर्जी सेमिनरी प्लस टू स्कूल, एमपीएस साइंस कालेज, केआर बोस स्मारक कालेज, एसपीवी इंका, रामेश्वर कालेज, एमएसकेबी कालेज, वाइबीके इंका मीनापुर, आरएसएस इंका चोचहां, सीएन कालेज साहेबगंज, जीवछ कालेज मोतीपुर, एमबीबीएल इंका, केएमआरजे इंटर कालेज बैद्यनाथपुर, बीसीबीडी कालेज खरौना, जनता कालेज बरुराज, एलपी शाही कालेज पताही, मुखर्जी सेमिनरी, आरजे कालेज बड़ीपोखर, एमएसकेबी प्लस टू गल्र्स हाइस्कूल, तिरहुत एकेडमी, राजकीय जगत ङ्क्षसह प्लस टू स्कूल मनिकापुर, प्रोजेक्ट गल्र्स प्लस टू स्कूल मोतीपुर, लक्ष्मी राजदेव प्लस टू स्कूल पियर बंदरा, आरके प्लस टू हाइस्कूल छाजन मोहिनी, आरबीएचएस कथैया, श्रीभगवान प्लस टू हाइस्कूल सरमस्तपुर पारू, राजकीयकृत सुधाकर सरवोदय सीसे स्कूल विशुनपुर बघनगरी, राजकीयकृत रामसेवक साहू उमा सरफुद्दीनपुर बोचहां शामिल है। बोर्ड की ओर से कहा गया है कि 28 स्कूलों-कालेजों में 478 छात्र-छात्राओं का रजिस्ट्रेशन शुल्क और 33 छात्रों का परीक्षा शुल्क बकाया है।
भूगोल विभाग में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कान्फ्रेंस की शुरूआत
जासं, मुजफ्फरपुर : अर्थसाइंस रिव्यू सोसाइटी और बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के पीजी भूगोल विभाग के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वर्चुअल कान्फ्रेंस का आयोजन किया गया। पहले दिन मानव एवं वातावरण पर बदलते शहरी परिदृश्य का प्रभाव विषय पर वक्ताओं ने कार्यक्रम को संबोधित किया। मगध विवि के कुलपति डा.राजेंद्र प्रसाद ने कार्यक्रम की विधिवत शुरूआत की। अध्यक्ष डा.आरपी यादव ने की नोट एड्रेस प्रस्तुत किया। पुराने समय में शहर की स्थिति और वर्तमान स्थिति मानव व पर्यावरण पपर बदलते शहरी भू²श्य के प्रभावों पर डायग्रामेटिक विवरण प्रस्तुत किया। डा.जयशंकर प्रसाद ङ्क्षसह ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने कान्फ्रेंस के उद्देश्यों पर भी व्याख्यान दिया। इंडोनेशिया के विवि के प्रो.डा.बामबंग सैप, बीएचयू के भूगोल विभागाध्यक्ष प्रो.रामसकल यादव, बीएनएमयू मधेपुरा के पूर्व प्राध्यापक सह एसो.आफ ज्योग्रफ्र्स के झारखंड के अध्यक्ष प्रो.शिवमुनि यादव, महाराजा कालेज आरा के पूर्व विभागाध्यक्ष डा.नरेंद्र प्रताप पालित ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। दो सत्र में आयोजित इस अंतरराष्ट्रीय कान्फ्रेंस में 20 शोध पत्रों की प्रस्तुति हुई। देश के विभिन्न भागों से इसमें शोधार्थियों ने हिस्सा लिया। संयोजक विद्याशंकर व माडरेटर के रूप में आलोक राज ने भूमिका निभाई।