बिहार पंचायत चुनाव 2021: मुजफ्फरपुर में रक्त रंजित होता जा रहा है पंचायत चुनाव
Muzaffarpur Bihar Panchayat Election 2021 राज्य निर्वाचन आयोग को प्रत्येक चरण से पूर्व जिले से भेजी गई रिपोर्ट में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की बात कही जाती है। जिले की सीमाओं को सील कर यहां से गुजरने वाले सभी वाहनों की जांच का दावा किया जाता है मगर सब कागजी।
मुजफ्फरपुर, जासं। सरैया में मतदान के दिन रामपुर विश्वनाथ पंचायत के पंचायत समिति सदस्य उम्मीदवार राजन चौधरी को निशाना बनाते हुए फायङ्क्षरग। सकरा में मतदान के एक दिन पूर्व रूपनपट्टी पंचायत के निवर्तमान एवं मुखिया उम्मीदवार मनोज बैठा को बांह में गोली मार दी गई। बोचहां में भी वोङ्क्षटग से एक दिन पूर्व दो मुखिया उम्मीदवार के समर्थकों के बीच फायङ्क्षरग हुई। इसमें दो व्यक्तियों को गोली लगी। उक्त तीनों घटनाएं जिले में पंचायत चुनाव के तीन अलग-अलग चरण में हुईं। इसके अलावा सकरा में मतगणना के बाद पुलिस टीम पर बड़ा हमला हुआ। पुलिस को बचाव के लिए फायरिंग तक करनी पड़ी। इन घटनाओं को जिस बेखौफ तरीके से अंजाम दिया जा रहा है वह पुलिस-प्रशासन के शांतिपूर्ण चुनाव के दावे की पोल ही खोल रही हैं।
राज्य निर्वाचन आयोग को चुनाव के प्रत्येक चरण से पूर्व जिले से भेजी गई रिपोर्ट में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की बात कही जाती है। जिले की सीमाओं को सील कर यहां से गुजरने वाले सभी वाहनों की जांच का दावा किया जाता है, मगर सब कागजी। क्योंकि मतदान के दौरान और मतदान के एक दिन पूर्व गोलीबारी की घटना से कम से कम यह जरूर साबित हो रहा कि अपराधी हथियार लेकर बेखौफ घूम रहे। साथ ही घटना को अंजाम भी दे रहे। जिले में अभी दो चरणों में ही चुनाव संपन्न हुआ है। बुधवार को तीसरे चरण का मतदान होगा। इसके बाद सात और चरणों में चुनाव होने हैं। स्थिति नियंत्रित नहीं की गई तो कभी भी बड़ी घटना हो सकती है।
चुनाव में वर्चस्व को लेकर आमने-सामने
मुजफ्फरपुर : बोचहां प्रखंड की कर्णपुर उत्तरी पंचायत की मुखिया बेबी पटेल के पति जय घनश्याम पटेल व पूर्व मुखिया रामश्रेष्ठ सहनी के बीच पांच साल से जानी दुश्मनी चल रही है। पंचायत चुनाव के समय दोनों फिर से आमने-सामने है। जयघनश्याम पटेल की पत्नी निवर्तमान मुखिया बेबी पटेल एक बार फिर से मुखिया पद की उम्मीदवार हैं तो रामश्रेष्ठ सहनी भी उसे चुनौती दे रहे हैं।
रामश्रेष्ठ के भाई की हत्या में आया था जयघनश्याम का नाम
24 जुलाई 2017 की शाम रामश्रेष्ठ सहनी के भाई रामशृंगार सहनी व उसके साथ बाइक पर सवार महेंद्र पासवान को गोलियों से भून दिया गया। इस हत्याकांड में जय घनश्याम पटेल की संलिप्तता पुलिस के समक्ष आई थी। हत्याकांड के आरोपित सुबोध पटेल की गिरफ्तारी के बाद इस मामले पर से पर्दा हटा था। सुबोध ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया था कि उसे इस घटना को अंजाम देने के लिए जयघनश्याम पटेल से उसे साढ़े तीन लाख रुपये सुपारी मिली थी। इस हत्याकांड की जांच के दौरान पुलिस के समक्ष यह भी बात सामने आई थी कि रामशृंगार सहनी के विरुद्ध 20 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे।
कंपाउंडर हत्याकांड में भी जयघनश्याम पटेल आरोपित
छह अक्टूबर 2019 को बखरी रोड सिपाहपुर चौक के निकट वैद्य अविनाश कुमार के क्लीनिक पर हमला कर उनके कंपाउंडर गायघाट के मैठी गांव के कंपाउंडर शैलेंद्र सिंह की सुपारी किलरों गोलियों से भून दिया। सुपारी किलरों को वैद्य की हत्या करने के लिए भेजा गया था,लेकिन वैद्य उस समय क्लीनिक पर नहीं थे। उनकी कुर्सी पर कंपाउंडर शैलेंद्र सिंह बैठा था। गफलत में सुपारी किलरों ने वैद्य समझ कर उसे ही गोलियों से भून दिया। इस घटना में भी जयघनश्याम पटेल की संलिप्तता पुलिस के समक्ष आई थी। यह घटना जमीन खरीद-बिक्री के कर्णपुर पंचायत की आवास सहायिका अनीता देवी के बकाया को लेकर घटी।